पार्टी के भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि पार्टी ने तय किया है कि इस बार वाराणसी में एक नहीं दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। बताया ये भी जा रहा है कि बीजेपी इसके लिए तैयार भी है। फिलहाल अपना दल (एस) के पास वाराणसी की सेवापुरी विधानसभा सीट है जहां से नील रतन पटेल नीलू विधायक हैं। ये सीट इस बार बीजेपी के खाते में जा सकती है।
बताया ये जा रहा है कि अपना दल (एस) रोहनिया सीट से अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) से खुद कृष्णा पटेल सपा गठबंधन से मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। ऐसे में कृष्णा पटेल की बड़ी बेटी अनुप्रिया यहां से किसी मजबूत प्रत्याशी को उतार कर लड़ाई रोचक करने की जुगत में हैं।
जहां तक पिंडरा विधानसभा सीट की बात है तो वहां से पिछली बार डॉ अवधेश सिंह ने बसपा प्रत्याशी को हराकर जीत हासिल की थी। तब डॉ सिंह के पुराने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अजय राय तीसरे स्थान पर थे। कांग्रेस ने इस बार फिर से अजय राय पर ही भरोसा जताया है। कांग्रेस की पहली ही सूची में अजय राय के नाम की घोषणा की जा चुकी है। ऐसे में अब अपना दल (एस) यहां से मजबूत सवर्ण उम्मीदवार उतार कर 2017 की कहानी दोहराने की तैयारी में है। वैसे इस सीट से डॉ अवधेश सिंह के बेटे के अलावा दीपक सिंह मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। दीपक सिंह की पत्नी क्षेत्र से ब्लाक प्रमुख भी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अपना दल (एस) और बीजेपी गठबंधन फिर से कांग्रेस प्रत्यासी अजय राय को घेरने के मूड में हैं। इसमें बीजेपी-अपना दल एस को कुंडा के निर्दल विधायक रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ का भी समर्थन मिलना तय माना जा रहा है।