नई दिल्लीPublished: Mar 11, 2022 09:23:10 am
Shaitan Prajapat
Assembly Elections Result 2022: चार राज्यों में जनता ने भाजपा की नीतियों, नीयत और निर्णय पर अपार विश्वास जताया, तो पंजाब में कांग्रेस के बेदखल कर आप आदमी पार्टी को मौका दिया। दिल्ली के बाहर इस पार्टी की यह पहली जीत है तीन राज्यों यूपी, गोवा और मणिपुर में सरकार में होने के बावजूद भाजपा वोट शेयर बढ़ा है। गोवा में एग्जिट पोल गलत निकले। वहां जनता ने तीसरी बार भाजपा को मौका दिया। दस साल तक सत्ता में रहने के बाद भी राज्य में भाजपा सीटे बढ़ी हैं। उत्तराखंड में भी लगातार दूसरी बार पार्टी सत्ता में आई है।
Assembly Elections Result 2022 : दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है। इसलिए 2024 का सेमीफाइनल माने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गए थे। सबसे बड़े राज्य में भाजपा के कमजोर प्रदर्शन के कई सियासी मायने हो सकते थे। उन मायनों और अटकलों पर चुनाव परिणामों ने ब्रेक लगा दिया है। चुनाव में भाजपा ने तमाम पिछड़ी जातियों के गठजोड़ को करारी शिकस्त दी है। इस चुनाव को मंडल बना कमंडल का चुनाव भी कहा गया, क्योंकि जहां भाजपा ने हिन्दुत्व कार्ड खेलते हुए अयोध्या, काशी और मथुरा में मंदिर की बात की, वहीं समाजवादी पार्टी ने ओबीसी समुदाय की करीब सभी जातियों का विशाल इंद्रधनुषीय गठबंधन खड़ा किया।
अखिलेश यादव ने न केवल राष्ट्रीय लोकदन के जयंत चौधरी से गठजोड़ किया, बल्कि गैर यादव ओबीसी और किसान नेताओं का गठबंधन बनाया। अखिलेश ने भाजपा के रथ पर सवार स्वामी प्रसाद मौर्य सहित कई पिछड़े नेताओं को भी अपने पाले किया। इसके बावजूद साइकिल दौड़ नहीं पाई भाजपा ने भी जातीय गोलबंदी की और कई पिछ़ी जातियों को 2017 की तरह अपने पाले में रखने की कोशिश की।
भाजपा ने विराट हिन्दुत्व का नैरेटिव भी गढ़ा। उस दिशा में जिन्ना विवाद तक का कार्ड खेला, ताकि एंटी मुस्लिम हवा बनाई जा सके और उसे बहुसंख्य हिन्दु वोट मिल सके। भाजपा को वोट प्रतिशत उसके चुनावी दांव की सफलता की कहानी बता रहा है।