बता दें कि चुनाव के मद्देनजर सियासी हमले तेज हो चुके हैं। हर किसी पार्टी का मकसद यूपी विधानसभा चुनाव 2022 जीतना है। जनता को पक्ष में करने के लिए पार्टियां नई-नई चालें चल रही हैं। शनिवार को आजमगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि मोदी सरकार जेएएम लेकर आई, लेकिन सपा सरकार जो जेएएम लेकर आई थी, उसमें जिन्ना, आजम खां और मुख्तार अंसारी शामिल हैं। इस बयान का पलटवार करते हुए आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि सांसद आजम खां का नाम जिन्ना के साथ गृहमंत्री ने जोड़ा है। आजम खां हमेशा से ही एक मजबूत दृढ़ राष्ट्रवादी रहे हैं। उन्होंने हमेशा ही जिन्ना की विचारधारा का विरोध किया है। उन्होंने कभी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया और न ही पाकिस्तान जाने जैसी बात कही।
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UP Assembly Elections 2022 : प्रियंका गांधी का ऐलान यूपी विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेगी कांग्रेस जिन्ना की विचारधारा का विरोध करते हैं आजम खां: डॉ. तजीन फात्मा डॉ. तजीन फात्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कभी पाकिस्तान जाकर जिन्ना की कब्र पर माथा नहीं टेका। जबकि, लालकृष्ण आडवाणी पाकिस्तान गए, जहां उन्होंने खासकर जिन्ना की कब्र पर जाकर अपना माथा टेका। ऐसे में आजम खां किस तरह से जिन्ना की विचारधारा के समर्थक हो सकते हैं। जिन्ना की विचारधारा का न सिर्फ पार्टी, आजम खां, बल्कि हर हिन्दुस्तानी विरोध करता है।