scriptUP Assembly Elections 2022: सपा का ब्राहमण कार्ड, बिकरू कांड की आरोपी खुशी दुबे की मां को दिया गोविंदनगर सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव | Bikru Kand Khushi Dubey Mother may be SP Candidate | Patrika News

UP Assembly Elections 2022: सपा का ब्राहमण कार्ड, बिकरू कांड की आरोपी खुशी दुबे की मां को दिया गोविंदनगर सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव

locationकानपुरPublished: Jan 24, 2022 08:19:10 pm

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Amit Tiwari

कानपुर के चर्चित बिकरू कांड तो सभी को याद होगा। गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गो ने 8 पुलिस वालों की नृशंस हत्या कर दी थी। इसी मामले में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे जेल में बंद है। खुशी दुबे को जब जेल में बंद किया गया तो वह नाबालिग थी। इसके बावजूद खुशी दुबे को रिहा नहीं किया गया। और मां समेत सभी परजिन उसकी रिहाई की गुहार कर रहे हैं।

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UP Assembly Elections 2022: समाजवादी पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव फतह करने के लिए बड़ा ब्राह्मण कार्ड खेला है। सपा का यह कार्ड खुशी दुबे को चुनावी मुद्दा बनाने वाली बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सपा ने कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के बाद जेल में बंद खुशी दुबे की मां गायत्री तिवारी को समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। खुशी दुबे गैंगस्टर विकास दुबे के सबसे करीबी रहे अमर दुबे की पत्नी है। विकास दुबे और अमर दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। सपा ने उन्हें कानपुर नगर की गोविंदनगर विधानसभा सीट से पार्टी के सिंबल से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है।
गायत्री तिवारी ने दिये चुनाव लड़ने के संकेत

बिकरू कांड के बाद पुलिस मुठभेड़ में मारे गये अमर दुबे की सास गायत्री तिवारी ने सपा के चुनाव लड़ने के प्रस्ताव पर हामी भर दी है। गायत्री तिवारी का कहना है कि वैसे तो अन्य दलों से भी चुनाव लड़ने का प्रस्ताव मिला था। लेकिन उन्हें अखिलेश यादव पर पूरा भरोसा है।
बेटी को जेल से निकालना है प्राथमिकता

गायत्री तिवारी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता जेल में बंद अपनी बेटी खुशी दुबे को बाहर निकालना है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने भरोसा दिलाया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो एक महीने के भीतर खुशी दुबे को बाहर निकाला जायेगा।
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शादी के सातवें दिन ही एनकाउंटर में मारा गया था अमर दुबे

कानपुर के चर्चित बिकरू कांड में विकास दुबे और उसके गुर्गे द्वारा 8 पुलिस वालों की नृशंस हत्या हुई थी। जिसके बाद पुलिस और एसटीएफ ने विकास दुबे, अमर दुबे समेत पांच आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। जिस समय अमर दुबे का एनकाउंटर हुआ था उससे सात दिन पहले ही उसकी शादी खुशी दुबे से हुई थी। पुलिस जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि जिस वक्त खुशी दुबे की शादी हुई वह नाबालिग थी। पुलिस ने खुशी दुबे को भी बिकरू कांड में आरोपी बनाया था। पुलिस ने खुशी दुबे पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था। वर्तमान समय में भी खुशी दुबे जेल में बंद है।
2 जुलाई 2020 को हुआ था बिकरू कांड

कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की आधी रात को गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने डीएसपी और एसओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। एक-एक पुलिसकर्मी को दर्जनों गोलियां मारी थीं। पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर आठ दिन के भीतर विकास दुबे और उसके दाहिने हाथ रहे अमर दुबे समेत छह बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। 45 आरोपी जेल में बंद हैं। केस का ट्रायल जारी है।
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