नहीं थम रहा कांग्रेस से नेताओं का जाना उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सियासी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। पार्टी के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्व सांसद राकेश सचान ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। इससे पहले विधायक अदिति सिंह, नरेश सैनी, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भाजपा, सपा व अन्य दलों में शामिल हो चुके हैं। अब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर के भी घर वापसी की चर्चाएं तेज हैं।
सपा प्रवक्ता ने कू ऐप पर दिए संकेत
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कू ऐप पर इशारा करते हुए लिखा है कि कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व समाजवादी नेता, अभिनेता जल्दी ही समाजवादी होंगे। फखरूल ने जो तीन इशारे किए हैं वे सभी राजबब्बर की तरफ इशारा कर रहे हैं। ऐसे में राजबब्बर के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं।
ये भी पढ़े:
जुमला नहीं, घोषणा पत्र है, आप की सरकार बनीं तो मुफ्त में बस यात्रा: संजय सिंह लोकसभा चुनाव के बाद से थे साइडलाइन राजबब्बर कांग्रेस में 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही वह साइडलाइन चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में जब से कांग्रेस की कमान प्रियंका गांधी ने अपने हाथों में ली है, तभी से राजबब्बर सक्रिय भी नहीं हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद ही राजबब्बर ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। राजबब्बर इसके बाद से कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में नजर नहीं आए हैं। कांग्रेस के जी-23 नेताओं में राजबब्बर का भी नाम है।
जनता दल से शुरू किया था राजनीतिक सफर आपको बता दें कि राजबब्बर ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत जनता दल के साथ की थी। राजबब्बर पांच साल तक जनता दल में रहे और फिर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये। सपा ने राजबब्बर को 1994 में राज्यसभा भेजा और 2004 में सपा के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे। राजबब्बर का 2006 में सपा से मोहभंग हो गया और 2008 में कांग्रेस में शामिल हो थे।
2009 में फिरोजाबाद से बने थे सांसद कांग्रेस ने राजबब्बर को 2009 में फिरोजाबाद सीट पर चुनाव लड़ाया। राजबब्बर ने सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को हराया था। कांग्रेस ने राज बब्बर को गाजियाबाद सीट से भाजपा उम्मीदवार जनरल वीके सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा लेकिन हार का सामना करना पड़ा। अब तक का अगर आंकड़ा देखा जाए तो राजबब्बर का फिल्मी और राजनीतिक कैरियर सफल रहा है। राजबब्बर उत्तर प्रदेश के टूंडला के रहने वाले हैं और बॉलीवुड में 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।