7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP Assembly Election 2022: रिज़ल्ट घोषित करने को लेकर तगड़ी तैयारी, इन व्यक्तियों को नहीं नियुक्त किया जाएगा मतगणना अभिकर्ता

मतगणना के लिए स्ट्रांग रूम से हर एक राउंड में 14 ईवीएम को निकाला जाएगा। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होगी। प्रत्याशियों, मतगणना अभिकर्ताओं को फल मंडी परिसर में सुबह छह बजे प्रवेश दिया जाएगा। जबकि स्ट्रांग रूम प्रत्याशियों और निर्वाचन अभिकर्ताओं की उपस्थिति में सुबह सात बजे खोला जाएगा।

2 min read
Google source verification
Countdown for UP Assembly Election 2022 Result Counting of Votes

Countdown for UP Assembly Election 2022 Result Counting of Votes

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के बाद कल यानी 10 मार्च को परिणाम आएंगे। मतगणना से पहले ईवीएम पर काफी सवाल उठ रहे हैं। उधर, मतगणना के दिन कोई परेशानी न हो इसके लिए व्यवस्थाओं के लिए कड़े नियम बनाए गए हैं। कासगंज की जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद इस बारे में कहा कि मतगणना परिसर के बाहर और अंदर मतगणना पंडाल में कुल 13 मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। मतगणना के लिए स्ट्रांग रूम से हर एक राउंड में 14 ईवीएम को निकाला जाएगा। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होगी। प्रत्याशियों, मतगणना अभिकर्ताओं को फल मंडी परिसर में सुबह छह बजे प्रवेश दिया जाएगा। जबकि स्ट्रांग रूम प्रत्याशियों और निर्वाचन अभिकर्ताओं की उपस्थिति में सुबह सात बजे खोला जाएगा।

अंदर मोबाइल ले जाने पर रोक

मतगणना के दौरान किसी भी प्रत्याशी, चुनाव अभिकर्ता और मतगणना अभिकर्ता को अंदर मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी। प्रत्येक विधानसभा में मतगणना पंडाल को दो भागों में विभाजित किया गया है। इन दोनों भागों में मतगणना के लिए 7-7 टेबिल होगी। दो टेबिल पोस्टल बैलेट के लिए और दो मतगणना टेबिल लगाई गई हैं।

यह भी पढ़ें:एग्जिट पोल के बाद एमएलसी सुरेंद्र चौधरी का बयान, बोले- बीजेपी की सरकार नहीं बनी तो छोड़ दूंगा यूपी

सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति मतगणना अभिकर्ता के रूप में नहीं होगा नियुक्त

मतगणना में किसी भी पार्टी के केंद्र व राज्य सरकार के मंत्री, राज्य मंत्री और सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति मतगणना अभिकर्ता के रूप में नियुक्त नहीं किए जाएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि अगर वह अपनी मर्जी से सुरक्षा व्यवस्था छोड़ देते हैं, तो उसे मतगणना अभिकर्ता नियुक्त नहीं किया जाएगा। नगरपालिका अध्यक्ष, सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख और अन्य जनप्रतिनिधि भी मतगणना अभिकर्ता नहीं बन सकेंगे।

यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh Assembly Election 2022: मतदान में पिछड़े शहरी, ग्रामीण इलाकों में भारी संख्या में हो रही वोटिंग

पांच बूथों की वीवीपैट पर्चियों का मिलान

मतगणना परिणाम की घोषणा के बाद ईवीएम को सील कर दिया जाएगा। ईवीएम से मतगणना के अंतिम राउंड में लॉटरी के माध्यम से प्रत्येक विधानसभा में पांच-पांच बूथों का चयन किया जाएगा। इन बूथों पर पांच बूथों की वीवीपैट पर्चियों का मिलान होगा। बूथों की वीवीपैट की पर्चियों की गिनतियों के बाद ही अंतिम परिणाम की घोषणा की जाएगी।