बुधवार को चौथे चरण के मतदान में नौ जिलों की 59 सीटों पर वोट डाले गए। जिसमें मत प्रतिशत औसतन 60.68 रहा। यानी पिछले चार चरणों के मत प्रतिशत पर नजर डाले तो अब तक सबसे अधिक मतदान दूसरे चरण में हुआ। जिसमें 62:52 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। बता दे कि इस बार 2017 के विधानसभा चुनाव से कम ही मतदान हो रहा है। लोगों को इतना जागरूक करने के बाद भी वे घर से वोट डालने के लिए नहीं निकल रहे है। 2017 के विधानसभा चुनाव के बात चौथे चरण के चुनाव में मतदान प्रतिशत की करेे तो यह 62.55 प्रतिशत रहा था। ऐसे दोनों चुनाव का आंकलन करें तो 2017 के मुकाबले इस बार 2022 में 2.06 फीसदी कम मतदान हुआ है। चौथे चरण में 91 महिला प्रत्याशी सहित 624 प्रत्याशियों का भाग्य मतदाताओं ने बुधवार को ईवीएम में बंद कर दिया। जिसका फैसला दस मार्च को वोटों की गणना के बाद आएगा।
यह भी पढ़े : UP Assembly Election 2022: भाजपा की वैक्सीन बताने वालों को वोट की चोट दीजिए-सीएम योगी निर्वाचन आयोग के मुताबिक चौथे चरण के जिलों में बांदा 57. 74 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि सीतापुर में 62.66,फतेहपुर 60.07, रायबरेली 61.90, हरदोई 58.99,लखीमपुर खीरी 65.54 और उन्नाव में 57.73 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चौथे चरण में जिन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर हैं। उनमें प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, खाद्य आपूर्ति मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह,कारागार मंत्री जय कुमार सिंह शामिल हैं। चाैथे चरण के चुनाव में 2.13 करोड़ मतदाताओं ने 91 महिला प्रत्याशियों सहित 624 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया है।