scriptUttar Pradesh Assembly Elections 2022: पूर्वांचल के चंदौली जिले की इस सीट पर घटी दुर्घटना के चलते पति-पत्नी दे रहे एक दूसरे को चुनौती | Interesting contest in Chandauli Sayedaraja seat Husband wife challenging each other | Patrika News

Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: पूर्वांचल के चंदौली जिले की इस सीट पर घटी दुर्घटना के चलते पति-पत्नी दे रहे एक दूसरे को चुनौती

locationवाराणसीPublished: Feb 23, 2022 10:06:35 am

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: चंदौली जिले की सैयदराज सीट पर इस समय रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। दरअसल इस सीट से समाजवादी पार्टी ने मनोज सिंह डब्ल्यू को टिकट दिया। इस बीच एहतियातन कि कहीं पर्चा अवैध न हो जाए डब्ल्यू की पत्नी ने भी पर्चा दाखिल कर दिया। लेकिन समय रहते वो अपना पर्चा वापस नहीं ले सकी। लिहाजा डब्ल्यू को अब अन्य प्रत्याशियों संग अपनी पत्नी से भी मुकाबला करना पड़ेगा।

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वाराणसी. Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: को लेकर विभिन्न पार्टियों के प्रत्याशियों ने नामांकन के दौरान ही काफी सावधानी बरती। यहां तक कि एहतियातन एक ही सीट पर पति-पत्नी या परिवार के किसी अन्य से भी नामांकन करा दिया, ताकि किसी वजह से मुख्य प्रत्याशी पर्चा खारिज भी हो जाए तो उनके अपने मैदान में डटे रहें। लेकिन ये एहतियात चंदौली की सैयदराजा सीट पर समाजवादी पार्टी को भारी पड़ गई। यहां सपा प्रत्याशी मनोज सिंह डब्ल्यू ने तो नामांकन पत्र दाखिल किया ही, उनकी पत्नी ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भर दिया पर नामवापसी के वक्त वो समय से नहीं पहुंच सकीं जिससे अब वो भी पति के खिलाफ चुनौती पेश कर रही हैं।
सपा के मनोज के खिलाफ बीजेपी के सुशील सिंह

बता दें कि चंदौली जिले की सैयदराजा विधानसभा सीट बीजेपी से बृजेश सिंह के भतीजे और वर्तमान विधायक सुशील सिंह एक बार फिर से ताल ठोंक रहे हैं। वहीं सपा से मनोज सिंह डब्लू मैदान में हैं। दोनों के बीच मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है। ऐसे में इस हॉट सीट पर अबकी बार इन दोनों सियासी धुरंधरों के बीच एक और रोचक मुकाबला देखने को मिलने वाला है। कारण इस चुनाव में सपा प्रत्याशी मनोज सिंह डब्लू को उनकी पत्नी नीलू सिंह भी चुनौती पेश कर रही हैं। हालांकि नीलू सिंह का कहना है कि वह पति के लिए ही प्रचार कर रही हैं। दोनों एक साथ प्रचार करते भी देखे जा रहे हैं। इस बीच सपा प्रत्याशी मनोज सिंह डब्लू का कहना है कि नामांकन में कोई दिक्कत न हो इसी कारण पत्नी नीलू का पर्चा दाखिल कराया गया था ताकि कहीं किसी तरह की गड़बड़ी हुई तो भी घर का ही उम्मीदवार रहेगा। लेकिन नाम वापसी में देरी हो गई जिससे पर्चा वापस नहीं हो सका।
जो हुआ अच्छा ही हुआः मनोज सिंह डब्ल्यू

मनोज कहते हैं कि अब तो जो होना था हो चुका है। वैसे ये एक तरह से ठीक ही हुआ क्योंकि यहां ऐसे प्रत्याशी के खिलाफ हम चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें ज्यादा संसाधनों की जरूरत है। दो प्रत्याशी होने से एजेंट समेत अन्य संसाधन भी ज्यादा मिलेंगे। पत्नी और मैं साथ में ही प्रचार कर रहे हैं। वहीं उनकी पत्नी नीलू सिंह ने कहा कि पर्चा वापसी में देरी हो गई। पति को पूरा समर्थन है, हम उनके लिए प्रचार कर रहे हैं।
2012 में अस्तित्व में आई सैयदराजा सीट

बता दें कि चंदौली की सैयदराजा विधानसभा सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी। इसके पहले यह सीट चंदौली सदर के नाम से जानी जाती थी। पहली बार 1952 में चंदौली सदर सीट से कांग्रेस के कद्दावर नेता स्वर्गीय कमलापति त्रिपाठी विजयी हुए थे। बाद में यह सीट सुरक्षित कर दी गई और 2012 में इस सीट का नाम सैयदराजा हो गया, जो सामान्य सीट है।
बाहुबली बृजेश को 2012 में हराया था डब्ल्यू ने

इस सीट से 2012 में मनोज कुमार सिंह उर्फ डब्लू निर्दलीय उम्मीदवार बने और उन्होने पूर्वांचल के बाहुबली बृजेश सिंह को हराया था, तब बृजेश सिंह पीएमएसपी पार्टी से चुनाव लड़े थे। उस वक्त मनोज सिंह डब्लू को कुल 51,499 वोट तो बृजेश सिंह को 49,483 वोट मिले थे। 2017 चुनाव में बीजेपी की लहर थी और बीजेपी के सुशील सिंह ने अपने चाचा बाहुबली बृजेश सिंह की हार का हिसाब चुकता करते हुए बहुजन समाज पार्टी के बाहुबली नेता विनीत सिंह को पटकनी दे कर जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में सुशील सिंह को कुल 78,869 वोट मिले थे जबकि बहुजन समाज पार्टी के बाहुबली नेता विनीत सिंह को 64,375 वोट।
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