मुजफ्फरनगर सदर सीट : मुस्लिम बहुल सीट पर एक भी दल ने नहीं उतारा अल्पसंख्यक प्रत्याशी
आरपीएन सिंह की शादी किससे हुई जानें आरपीएन सिंह की शादी सोनिया सिंह से 7 दिसंबर 2002 को हुई थी। इन दोनों की 3 बेटियां हैं। आरपीएन की शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से हुई थी। सीपीएन सिंह की हत्या के बाद आरपीएन सिंह राजनीति में आए।कांग्रेस के तीन घोषित प्रत्याशी पार्टी छोड़ कर भागे, प्रियंका गांधी हुई हैरान
आरपीएन सिंह का राजनीतिक इतिहास जानें ? – आरपीएन साल 1996, 2002 और 2007 में लगातार तीन बार पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं।– साल 1997 से 1999 तक वह उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे।
– इसके बाद साल 2003 से 2006 तक आरपीएन सिंह एआईसीसी के सचिव रहे।
– चुनाव 2009 में आरपीएन पहली बार सांसद बने थे। तत्कालीन बीएसपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को हराया था।
– 30 मई 2009 से 18 जनवरी 2011 तक आरपीएन यूपीए सरकार में सड़क, परिवहन, राजमार्ग मामलों के राज्यमंत्री रहे।
– 18 जनवरी 2011 से 28 अक्टूबर 2012 तक वह पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री रहे।
– बाद में 28 अक्टूबर 2012 को वह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नियुक्त हुए।
– आरपीएन सिंह 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव हार चुके हैं।
– आरपीएन सिंह कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता और झारखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे।