उन्होंने कहा कि इस्लाम में शांति नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे और लोगों को भी हिंदू धर्म स्वीकारने के लिए कहेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग मुस्लिम वोटों की राजनीति कर रहे हैं। वे उनके धर्म परिवर्तन को राजनीति के चश्मे से देख रहे हैें। वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी ने कहा कि जो लोग मुस्लिमों को अपना वोट बैंक समझते हैं वेा बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। उन्होंने कहा कि आज सपा मुस्लिमों को अपना वोट बैंक समझती है। भाजपा अपना समझती है। कांग्रेस मुसलमानों को अपना कहती है। ओवैसी मुसलमानों के सरपरस्त बनते हैं। जबकि मुस्लिम आज तक किसी का वोट बैंक रहा ही नहीं।
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अखिलेश—जयंत आज गठबंधन की संयुक्त रैली से देंगे प्रदेश परिवर्तन का संदेश उन्होंने कहा कि मुस्लिम हमेशा हिंदुत्व के खिलाफ वोट डालता रहा है। जो हिंदुत्व की बात करते हैं मुस्लिम सिर्फ और सिर्फ उनकी खिलाफत करते हैं। ये बात अब हिंदुओं को समझनी चाहिए कि कोई तुम्हारी खिलाफत करता है तो तुम्हें भी एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे किसी धर्म,जाति,मजहब के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन उनको हमेशा से विवादित बताया जाता रहा है। जबकि वो हिंदू धर्म और श्रीराम के आदर्श की बातें करते रहे हैं। वे किसी से विवाद नहीं चाहते और न उनका किसी पार्टी से चुनाव लड़ने का इरादा है। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों को समझ लेना चाहिए कि मुस्लिम वोट बैंक आज तक किसी का नहीं हुआ है।