बता दें कि नोएडा विधानसभा सीट पर कुल 13 प्रत्याशी मैदान में थे। यहां पंकज सिंह ने जीत हासिल की है तो सिर्फ समाजवादी पार्टी उम्मीदवार सुनील चौधरी ही जमानत बचा सके हैं। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक समेत सभी की जमानत जब्त हो गई है। सपा प्रत्याशी को 18.04 प्रतिशत वोट मिले हैं तो बसपा, कांग्रेस और आप प्रत्याशी 16.66 फीसदी वोट भी नहीं पा सके हैं।
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पंकज सिंह बोले- गलत होने नहीं दूंगा-सच रुकने नहीं दूंगा, मंत्री बनाए जाने को लेकर जानें क्या कहा दादरी और जेवर में इनकी जमानत हुई जब्त दादरी विधानसभा सीट की बात करें तो यहां से 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। यहां भी दूसरे स्थान पर रहने वाले सपा प्रत्याशी ही जमानत बचाने में कामयाब हुए हैं। सपा प्रत्याशी को कुल 22.57 प्रतिशत वोट मिले हैं। इस तरह दादरी में 12 प्रत्याशियों की जमानत जब्द हो गई है। जबकि जेवर विधानसभा सीट से 12 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर लगी थी। यहां रालोद और बसपा प्रत्याशी जमानत बचाने में कामयाब हो सके हैं। बसपा को 19.51 फीसदी तो रालोद को 26.25 फीसदी मत मिल सके हैं। जबकि 9 की जमानत जब्त हो गई है।
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किसान आंदोलन से भाजपा को नुकसान, पश्चिम यूपी में कई सीटें हारी : राकेश टिकैत जमानत जब्त होने का नियम बता दें कि कुल मतदान के 16.66 प्रतिशत मत जमानत बचाने के लिए आवश्यक होते हैं। इससे कम वोट मिलने पर जमानत जब्त मानी जाती है। उदाहरण के तौर पर जैसे किसी सीट पर एक लाख मत पड़ें हैं तो जमानत बचाने के लिए 16666 वोट यानी 16.66 प्रतिशत मिलने आवश्यक हैं। इससे कम वोट आने पर जमानत जब्त मानी जाती है।