25 नवंबर को हो सकता है नाम बदलने का एलान सूबे की योगी आदित्यनाथ जिलों के नाम बदलने के बाद अब एक्सप्रेस-वे का नाम बदलने जा रही है। अब इस बात की अटकलें हैं कि अब यमुना एक्सप्रेस-वे का नाम भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जा सकता है। चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवबंर को जेवर एयरपोर्ट के भूमि पूजन और शिलान्यास के दौरान कर सकते हैं। हालांकि इस बात की पुष्टि भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने की है।
चुनावी दांव के रूप में देख रहे हैं सियासी दल वहीं सियासी दलों के बीच यमुना एक्सप्रेस-वे के नाम बदलने को एक बड़े चुनावी दांव के रूप में देखा जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है वर्तमान में ब्राह्मणों में भारतीय जनता पार्टी से काफी नाराजगी है। ऐसे ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे का नाम पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की तैयारी की जा रही है।
मायावती के कार्यकाल में शुरू हुआ था काम बता दें कि साल 2007 में यूपी में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में शुरू हुआ यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश का पहला एक्सप्रेस-वे था। इस एक्सप्रेस-वे को ताज एक्सप्रेस-वे के रूप में भी जाना जाता है। यमुना एक्सप्रेस-वे 6 लेन का 165 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे है, जो एनसीआर क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा को यूपी में आगरा से जोड़ता है।
अगस्त 2012 में अखिलेश यादव ने किया था उद्घाटन यह एक्सप्रेस-वे करीब 14 हजार करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ था। हालांकि मायावती अपने कार्यकाल में इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन नहीं कर सकी थीं। इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन नौ अगस्त 2012 में यूपी के नए मुख्यमंत्री बने अखिलेश यादव ने किया था।