अदिति सिंह काफी समय से योगी सरकार की नितियों की सराहना कर रही थीं। इसके लिए कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी दिया था। मगर अदिति ने इसकी बिलकुल भी परवाह नहीं की। पिछले दिनों तो अदिति सिंह ने साफ कह दिया था कि वह सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम का हिस्सा बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं और उनकी टीम का हिस्सा बनकर अपनी विधानसभा के लिए ज्यादा बेहतर कर सकूंगी।
अदिति सिंह ने कहा था कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी केवल स्टंट कर रही हैं। अगर वह महिलाओं के लिए जागरूक होती तो सबसे पहले अपने निजी सचिव संदीप सिंह के खिलाफ कार्रवाई करतीं, जिस पर महिला से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ है। अदिति का यह भी कहना है कि कांग्रेस महासचिव सिर्फ राजनीति कर रही है। उनके पास अब मुद्दे नहीं बचे हैं।
वर्ष 2017 के चुनाव में अदिति पिता की राजनीतिक विरासत की वारिस बनीं। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर वे विधायक बनीं। हालांकि, तकरीबन डेढ़ साल से उन्होंने खुद को वैचारिक तौर पर कांग्रेस से अलग कर रखा था। साथ ही पार्टी के विरुद्ध बगावती बयान भी देती रहीं। इस दौरान सत्तादल से उनकी नजदीकियां बढ़ती गईं।
सूत्रों के मुताबिक उनके भाजपा में जाने का बड़ा नुकसान उनके पति अंगद सिंह सैनी को हो सकता है, जो पंजाब की नवांशहर सीट से विधायक हैं। रायबरेली, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है। ऐसे में अदिति का पालाबदल उनके पति के लिए भारी पड़ सकता है।