शिवपाल बोले 2003 में हम मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन.. शिवपाल ने कहा जिला पंचायत चुनाव में अंशुल यादव को हराने के लिए कई ताकतें लगी थीं, लेकिन हमने निर्विरोध कराया। हमने हमेशा त्याग किया है। वर्ष 2003 में ही हम मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन मैंने नेताजी को दिल्ली से बुलाकर मुख्यमंत्री बनवाया था। अन्य पार्टियों के 40 विधायक जुटाए थे, जिसमें 25 विधायक भाजपा के भी थे। अजीत सिंह, कल्याण सिंह हमारे साथ थे।
हमारे और कार्यकर्ताओं के कारण 2012 में सरकार बनी थी शिवपाल यादव ने कहा कि मायावती के कार्यकाल में हमारे लोगों पर अत्याचार हो रहा था, हम विपक्ष के नेता थे, बहुत विरोध किया था और कई आंदोलन किए थे। हमारे और कार्यकर्ताओं संघर्ष की वजह से 2012 की सरकार बनी थी। हम फिर से सरकार बनाना चाहते हैं इसके लिए दो साल से कोशिश कर रहे हैं। यहां तक कि हमने यह भी कहा कि हमारे जो जिताऊ लोग हैं उनका सर्वे करा लो फिर चाहें गठबंधन कर लो या विलय। मगर अब बहुत देर हो रही है।
शिवपाल बोले अब जो भी हो जल्दी फाइनल हो जाए उन्होंने कहा अब हमारा छोटा दल नहीं है। हमारी प्राथमिकता पर आज भी समाजवादी पार्टी है। आज के दिन लोगों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह पूरी नहीं हुईं। अब जो भी हो जल्दी फाइनल हो जाए। उन्होंने कहा कि इस समय देश की हालत ठीक नहीं है। भाजपा की सरकार में किसान, मजदूर, नौजवान, बुनकर सब परेशान हैं। महंगाई चरम पर है। अगर हमारे हाथ में ताकत आई तो हर परिवार में एक बेटा या बेटी को सरकारी नौकरी मिलेगी। किसानों को कोई समस्या नहीं होगी।