उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तहत पहले चरण के चुनाव के लिए सपा-रालोद गठबंधन की ओर से एक सप्ताह पहले ही 29 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की गई थी। जिसमें गौतम बुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट पर अवतार सिंह भड़ाना को टिकट दिया गया था। भाजपा छोड़कर राष्ट्रीय लोक दल में शामिल हुए भड़ाना को तगड़ा दावेदार मानते हुए और गुर्जर वोट बैंक में सेंधमारी के लिए उन्हें चुनाव मैदान में उतारा गया था। बता दें कि अवतार सिंह भड़ाना भी दल बदलते रहते हैं। पिछले दिनों भाजपा में मची भगदड़ को देखते हुए वह भी रालोद में शामिल हो गए थे, ताकि वेस्ट यूपी से टिकट लेकर जीत हासिल कर सकें। रालोद में शामिल होने के बाद भड़ाना ने कहा था है कि पश्चिम से हवा चलकर पूरब तक जाएगी। उन्होंने हाल ही में ट्रैक्टर पर सवार होकर सूरजपुर कलेक्ट्रेट पर अपना नामांकन भरा था।
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UP Election 2022 : आजम खान को याद कर मंच पर ही फफक-फफक कर रोने लगे बेटे अब्दुल्ला आजम जानिये, कौन है अवतार सिंह भड़ाना बता दें कि हरियाणा के फरीदाबाद निवासी 64 वर्षीय अवतार सिंह भड़ाना का लंबा राजनीतिक करियर है। दल बदलने में माहिर भड़ाना कांग्रेस के टिकट पर फरीदाबाद से तीन और मेरठ से एक बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। 2017 में भाजपा ने उन्हें मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट से उतारा था, जिसमें उन्हें बहुत ही कम मार्जिन से जीत मिली थी। लेकिन, किसान आंदोलन के समर्थन में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। भड़ाना की गिनती बड़े गुर्जर नेताओं में होती है।
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समझिए भाजपा के स्टार प्रचारक की लिस्ट का गणित, लिस्ट के सहारे जाति समीकरण साधने का प्रयास पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरमाई राजनीति जेवर विधानसभा सीट से अवतार सिंह भड़ाना का पीछे हटना वेस्ट यूपी में सपा-आरएलडी गठबंधन के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। उनके चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। सियासी हलकों में तरह-तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।