उन्होंने सम्पूर्ण विश्व में शांति का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध की प्रतिमा को तिरस्कार पूर्वक हटाते हुए उसे लेने से इनकार करने का काम किया। भगवान राम, कृष्ण और बुद्ध के प्रति वे दिल से कैसा दुर्भाव रखते हैं, यह आज की घटना से स्पष्ट हो गया। भारत की वैश्विक पहचान के प्रतीकों के प्रति इनका दुर्भाव ही इनके आचरण की मूल प्रकृति व फ़ितरत है।
उन्होंने कहा कि तालिबान ने बामियान में भगवान बुद्ध की सबसे बड़ी प्रतिमा को 2001 में ध्वस्त किया था। इनके तमाम नेता एलानिया उसी तालिबान का समर्थन करते हैं। प्रियंका गांधी के वीडियों से स्पष्ट है कि आतंक और आतंकवादी कांग्रेस के लिए “फिजूल” की बात हैं और सपा प्रमुख काग्रेस यादव के लिए आतंकवाद के आरोपियों का समर्थन करना इनके “उसूल” की बात है। इन्हें आतंक के आरोपियों से मोहब्बत है और श्रद्धा के प्रतीकों के लिए हिक़ारत है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अपराध और आतंकवाद से इनकी दुरभि संधि है और शांति के प्रतीकों से इनकी दुर्भावना बहुत ही सपष्ट है। जबकि भाजपा की सरकार ने कुशीनगर में सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया, गोरखपुर में बाद में। इन्होंने अपने घर में पहले खुद की सहूलियतों के लिए काम किया। पारिवारिक महोत्सव में ही ये व्यस्त रहे। आज सारे विपक्षी नेता घर बचाने में जुटे हैं आज मायावती जी घर में बैठी हैं। अखिलेश जी अपने पिता के घर में जाकर अपनी ज़मीन बचाने के लिए पूरे कुनबे के साथ जद्दोजहद में व्यस्त हैं। तीसरी ओर प्रियंका जी भाई और मां के घर की राजनैतिक इज्जत बचाने में ही जुटी हुई हैं।