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UP Assembly Elections 2022 : दलों का गठजोड़ क्या रोक पाएगा ओबीसी और दलित मतों का बिखराव, चंद्रशेखर, ओवैसी ने भी अपने साथ जोड़े कई दल

UP Assembly Elections 2022 : उत्तर प्रदेश के चुनावों में छोटे दलों की अहमियत किसी से छिपी नहीं है। ये छोटे दल अपने जातीय और सामाजिक दायरे में दखल के चलते चुनावों में बड़ा प्रभाव डालते हैं। आरएलडी, अपना दल, सुभासपा, निषाद पार्टी, आजाद समाजवादी, महान दल जैसे दल सूबे की चुनावी रणभूमि में अपना प्रभाव दिखाते आए हैं।

लखनऊJan 24, 2022 / 03:21 pm

Amit Tiwari

UP Assembly Elections 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। चुनाव प्रचार चरम पर है। इस बीच हर रोज यूपी में सियासी दलों के आपसी गठजोड़ भी हो रहे हैं। एआइएमआइएम चीफ असुद्दीन ओवैसी ने सबसे पहले यूपी में भागीदारी मोर्चा बनाया था। जिसमें सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर शामिल थे। राजभर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ओबीसी जातियों के गठबंधन में शामिल हो गए। इसके बाद एक बार फिर ओवैसी ने यूपी में तीसरे मोर्च का गठन किया है। आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने भी एक मोर्चा बना लिया है। इस तरह कम से कम तीन मोर्चे मिलकर भारतीय जनता पार्टी के एम फैक्टर से लड़ रहे हैं। इन सभी दलों की रणनीति ओबीसी और दलित वोटों का बिखराव रोकना है।
भाजपा के साथ निषाद पार्टी और अपना दल

सत्तारूढ़ दल भाजपा ने निषाद पार्टी और अपना दल (सोनेलाल पटेल) के साथ गठबंधन किया है। जबकि, एनडीए में शामिल बिहार के सीएम नीतीश कुमार के दल जदयू ने यूपी में अकेले ही चुनाव लडऩे की घोषणा है। भाजपा नीति राजग में अपना दल (एस) ने रामपुर जिले के स्वार-टांडा से सपा सांसद आजम खां के बेटे के खिलाफ अपना दल से हैदर अली खान को प्रत्याशी बनाया है। 2014 के बाद यह पहला मौका है जब एनडीए ने किसी मुस्लिम को उम्मीदवार बनाया है।
सपा को मिला 10 दलों का साथ

सपा के गठबंधन में करीब 10 सहयोगी दल शामिल हैं। इनमें रालोद, सुभासपा, महान दल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), एनसीपी, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट), अपना दल (कमेरावादी) प्रमुख हैं। सपा का जोर पिछड़ी जातियों की गोलबंदी कर वोट को बिखरने से रोकना है।
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चंद्रशेखर का सामाजिक परिवर्तन मोर्चा

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने भी सामाजिक परिवर्तन मोर्चा के गठन का एलान किया है। मोर्चा में 40 दल उनके साथ है। चंद्रशेखर ने कहा है कि वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।
ओवैसी का भागीदारी परिवर्तन मोर्चा

एआइएमआइएम चीफ असुद्दीन ओवैसी ने जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा और बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटी एम्प्लाई फेडरेशन, भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम के साथ मिलकर भागीदारी परिवर्तन मोर्चा का गठन किया है। मोर्चा का दावा है कि सत्ता में आने के बाद वह दो मुख्यमंत्री बनाएगा। भागीदारी परिवर्तन मोर्चा में 5 बड़ी पार्टियां शामिल हैं।
बसपा को मिला इन दलों का समर्थन

बसपा मुखिया मायावती ने अकेले ही यूपी में विधानसभा चुनाव लडऩे का एलान किया हे। लेकिन इसके बावजूद बसपा को 10 छोटे दलों का साथ मिला है। इनमें इंडिया जनशक्ति पार्टी, पच्चासी परिवर्तन समाज पार्टी, विश्व शांति पार्टी, संयुक्त जनादेश पार्टी, आदर्श संग्राम पार्टी, अखंड विकास पार्टी, आधी आबादी पार्टी, जागरुक जनता पार्टी और सर्वजन सेवा पार्टी शामिल हैं।
कांग्रेस अकेले ही चुनावी समर में

कांग्रेस पार्टी यूपी में अकेले ही विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। हालांकि, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का कहना है कि कांग्रेस में अभी भी गठबंधन के रास्ते खुले हुए हैं।

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