बरेली जिले की बिथरी चैनपुर विधानसभा सीट को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा है। वर्ष 2017 में इस सीट से भाजपा के राजेश मिश्रा ऊर्फ पप्पू भरतौल ने जीत दर्ज की थी। Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। टिकट कटने को लेकर भाजपा कार्यकर्ता और क्षेत्र की जनता वजहें तलाश रही है। इनमें सबसे बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि विधायक मिश्रा की बेटी के लव मैरिज के बाद लगाए गए आरोप-प्रत्यारोपों की वजह से भरतौल का टिकट कट गया। हालांकि, उस समय विधायक राजेश मिश्र ऊर्फ पप्पू भरतौल ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों की सफाई भी दी थी।
भाजपा विधायक राजेश मिश्रा ऊर्फ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी मिश्रा ने वर्ष 2019 में एक अनुसूचित जाति के युवक अजितेश कुमार से शादी कर ली थी। साक्षी ने बरेली पुलिस से विधायक पिता से जान का खतरा बताया था। तब साक्षी ने कहा था कि पिता व उनके लोग साक्षी हमारे और अजितेश कुमार के पीछे पड़े हैं। विधायक बेटी का यह मामला महीनों तक सुर्खियों में छाया रहा। हालांकि इन आरोपों के बाद विधायक राजेश मिश्रा ऊर्फ पप्पू भरतौल ने इसे बेबुनियाद बताते हुए कहा था कि उनकी बेटी बालिग है। उसका हर फैसला स्वीकार है। उन्होंने कहा था कि बेटी जहां चाहे रह सकती है। लेकिन लगता है इस विवाद की वजह से भरतौल की जो छवि खराब हुई उसकी वजह से भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
पत्रिका से क्या बोले विधायक
पत्रिका डॉटकाम से इस मुद्दे पर विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने कहा कि उनके टिकट कटने के बारे में बेटी से जुड़ी बातें बकवास हैं। Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में टिकट कटने की वजह यह नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं सीटिंग विधायक होने के कारण लगातार क्षेत्र में पार्टी की पूरी निष्ठा के साथ अच्छा काम कर रहा हूं। कई बार अच्छा काम करना भी विरोधियों को रास नहीं आती है। उन्होंने इस मुद्दे अधिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।