BJP की तीन प्रमुख महिलाएँ जो जीतने की ओर बढ़ रही 1 अदिति सिंह जो कि रायबरेली से चुनाव लड़ रही हैं वो 5 हज़ार 987 वोट से आगे हैं। कांग्रेस के बड़े नेता बाहुबली अखिलेश सिंह की बेटी हैं। 2017 में कांग्रेस की टिकट पर विधायक बनी थीं। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुईं।
2 नीलिमा कटियार जिन्हें कल्याणपुर से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वो शाम 6 बजे तक 100 वोट से आगे चल रही हैं। छात्र नेता रही हैं। दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। योगी सरकार में मंत्री भी रही हैं। इसी सीट से इनकी मां प्रेमलता कटियार भी चार बार विधायक रह चुकी हैं। सपा के सतीश निगम जिन्होंने 2012 में मां को हराया था, अब बेटी के सामने मैदान में हैं।
3 बेबी रानी मौर्य को आगरा ग्रामीण से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वो 4 हज़ार वोट से आगे चल रही हैं। आगरा की मेयर रह चुकी हैं। उत्तराखंड की राज्यपाल भी थीं। 2021 में त्यागपत्र दे कर विधायकी लड़ रही हैं।
SP की प्रमुख प्रमुख महिलाएं जीत की ओर जारी हुई 1 सपा ने चंद्रावती वर्मा को राठ से प्रत्याशी बनाया है। अभी वो 4000 वोटों से पीछे हैं। ओले-ओले गाने पर इनके डांस का वीडियो वायरल हो गया था तब से चर्चा में आईं।
2 सपा ने पल्लवी पटेल को सिराथू से प्रत्याशी बनाया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को टक्कर दे रही हैं।जीत हार का अंतर बहुत कम वोटों से सुबह से लेकर शाम तक घटता बढ़ता दिखाई दे रहा है।
3 सपा ने सुभावती शुक्ला को गोरखपुर योगी के खिलाफ प्रत्याशी बनाया है। हालांकि यहाँ से योगी आदित्यनाथ जीत चुके हैं। इनके पति स्व. उपेंद्र शुक्ला यूपी भाजपा के उपाध्यक्ष और भाजपा के बड़े नेता रहे। अब पत्नी सुभावती सपा की टिकट पर योगी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
4 सपा ने इलाहाबाद शहर पश्चिमी से ऋचा सिंह को मैदान में उतारा है। छात्र संघ अध्यक्ष भी रही हैं। लेकिन इन्हें भाजपा के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने हरा दिया है। 5 सपा ने महाराजी प्रजापति को अमेठी से प्रत्याशी बनाया है। पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी हैं। गायत्री प्रजापति दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद हैं।
यह भी पढे: यूपी में अब तक किसने और कितनी बार बनाई 300 पार की सरकार BSP ने 37 महिलाओं को उतारा मैदान में मायावती ने रजिया खान को अलीगढ़ से प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी की मुक्ता राजा से हार गई हैं।
बसपा से किरण केसरी आगरा ग्रामीण से प्रत्याशी हैं। पूर्व मेयर बेबी रानी मौर्य से हार गई हैं। एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाली चारू केन को बसपा ने खैर से प्रत्याशी बनाया है। लेकिन हार चुकी हैं।
बसपा ने ससुर के सामने ही बहू को उतार दिया है। शीतल कुशवाहा को माधौगढ़ से प्रत्याशी बनाया था।/ लेकिन वो हार चुकी है। शादाब फातिमा को बसपा ने जहूराबाद से मैदान में उतारा है। लेकिन ओप राजभर से 7 हजार वोटों से पीछे चल रही हैं।
कांग्रेस ने इस बार सबसे ज्यादा 142 महिलाओं को टिकट दी। लड़की हूं, लड़ सकती हूं! स्लोगन के तहत कांग्रेस ने ऐसी महिलाओं को मैदान में उतारा जो अपने आप में बेहद खास हैं। कुछ ही वक्त में पता चल जाएगा कांग्रेस की महिला प्रत्याशियों ने कितना कमाल किया?
रितु सिंह लखीमपुर विधानसभा एकदम फायर नेता हैं। पहले सपा में थीं। पंचायत चुनाव में इनके साथ अभद्रता हुई थी। कपड़े खीचे गए थे। हमेशा से महिलाओं के लिए आवाज उठती रही हैं। घटना के बाद प्रियंका गांधी इनसे मिलीं और फिर विधायकी लड़वा दी।
पूनम पंडित स्याना विधानसभा युवा चेहरा हैं। किसान आंदोलन के दौरान सोशल मीडिया पर खूब प्रचलित हुईं। इनका बोलने का ठेठ देसी अंदाज लोगों को पसंद आता है। कुछ ही वक्त में पता चल जायेगा कि इनका नेतागिरी में आना स्याना के लोगों को पसंद आया या नहीं।
आशा देवी उन्नाव विधानसभा पीछे चल रही हैं। उन्नाव रेप पीड़िता की मां हैं। बेटी को न्याय दिलवाने के लिए जबरदस्त संघर्ष किया। विधायक रहे रसूखदार नेता कुलदीप सिंह सेंगर को जेल भिजवाने तक चुप नहीं बैठीं।
नेहा तिवारी कल्याणपुर विधानसभा चर्चित बिकरू कांड की सह अभियुक्त खुशी दुबे की बड़ी बहन हैं। नेहा ने कहा था मैं गरीब परिवार से हूं। चुनाव लड़ने के लिए न पैसा है और ना ही गाड़ी। टिकट मिलने के बाद इन्होने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
यह भी पढे: फिर से चलेगी उत्तर प्रदेश में अयोध्या की सरकार, भगवान राम की जन्मभूमि पर दो सीट अखिलेश यादव भी जीते अर्चना गौतम, हस्तिनापुर विधानसभा मिस कॉस्मो वर्ल्ड 2018, मिस यूपी 2014 रही हैं। मास कम्युनिकेशन से ग्रेजुएशन किया है। बिकिनी पहनने को लेकर खूब ट्रोल हुई थीं। ये कांग्रेस का दलित चेहरा हैं।