उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें चरण में अब अति संवेदनशील सीट मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर में भी वोटिंग होनी है। इस दौरान समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले मुख्तार अंसारी के बेटे का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें अब्बास कहते हुए दिख रहे हैं कि “हम अखिलेश भैया से बात करके आए हैं। चुनाव के बाद यहाँ छह महीने तक ट्रान्सफर पोस्टिंग न कीजिएगा। सबका हिसाब बराबर करना है। उसके बाद ही आगे काम होगा।” अब्बास अंसारी इस बार सपा और सुभासपा में गठबंधन से टिकट दिया गया है।
“अखिलेश भैया से बात हो गई है, हिसाब पहले होगा” विधानसभा में प्रचार के दौरान अब्बास अंसारी ने कहा कि “हमारी अखिलेश यादव भैया से बात हो गई है। सरकार बनने पर कोई यहाँ से बाहर नहीं जाएगा। अखिलेश यादव जी से कहकर आया हूं कि छह महीने तक किसी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी भइया। जो यहां है, यहीं रहेगा, पहले हिसाब किताब होगा। उसके बाद उनके जाने के सर्टिफिकेट पर मुहर लगाया जाएगा।”
भड़काऊ भाषण पर एफ़आईआर दर्ज अब्बास अंसारी के इस बयान के बाद एडीजी प्रशांत कुमार की ओर से भड़काऊ भाषण पर एफ़आईआर दर्ज कराई गई है। वहीं अब्बास अंसारी के पुराने रिकॉर्ड पर भी जांच की जा रही है। आपको बताते चलें कि अब्बास अंसारी के पिता माफिया मुख्तार अंसारी इस समय जेल में बंद है।
सातवें चरण में 9 जिलों की 54 सीटों पर वोटिंग उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में कुल 9 जिले बचे हुए हैं। जिनमें आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र की 54 विधानसभा पर चुनाव होना है। जिसमें 37 अति संवेदनशील सीटें हैं।