scriptUP Election 2022: .. इस प्रदेश में तो आधी आबादी ही तय करती है किसकी बनेगी सरकार | women voters will decide who will be formed government in UP Election | Patrika News

UP Election 2022: .. इस प्रदेश में तो आधी आबादी ही तय करती है किसकी बनेगी सरकार

locationवाराणसीPublished: Jan 22, 2022 01:18:48 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

UP Election 2022 के लिए सत्ता संग्राम जारी है। इसमें आधी आबादी की भूमिका इस बार भी निर्णायक होने जा रही है। कारण साफ है कि प्रदेश की महिलाओं ने पांच साल तक जो भी सुख-दुख झेला है उसके मद्देनजर वो इस बार फैसला करेंगी। उनके सामने बीते पांच साल का परिदृश्य होगा। ऐसा सिर्फ इस बार नहीं होने जा रहा बल्कि पिछले तीन चुनावों से ऐसा ही हो रहा है।

Women Voters

Women Voters

वाराणसी. देश हो या प्रदेश अब वो जमाना गया जब महिलाएं घर की चौखट तक नहीं लांघती रहीं। अब वो पुरुषों से कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं। देश व प्रदेश की सियासत में अपनी अहम भूमिका अदा करती है। वो अब ये तय करने लगी हैं कि इस बार हमारा नेता कौन होगा? कौन बैठेगा सत्ता के सिंहासन पर। अब घर का मुखिया तय नहीं करेगा कि किसे वोट देना है। कम से कम यूपी के पिछले तीन चुनाव परिणाम तो यही बताते हैं, तो भला इस दफा वो क्यों पीछे रहें। वो इस बार भी पिछले पांच साल के लाभ-हानि, सुख-दुख को देखते हुए अपनी मनपसंद सरकार बनाएंगी।
पिछले तीन चुनावों के परिणाम

वर्ष- पार्टी-महिलाओ के वोट (प्रतिशत में)

2007-बसपा- 32 फीसद वोट
2012-सपा- 31 फीसद वोट
2017-भाजपा-41 फीसद वोट
2022 का चुनाव होगा महत्वपूर्ण

महिलाओं ने दिलाई पूर्ण बहुमत की सरकार
पिछले तीन चुनावों में आधी आबादी ने ये दिखा दिया है कि उन्हें सियासत की भी अच्छी जानकारी है। वो अपने घर के साथ-साथ दुनियादारी की भी खबर रखने लगी है। राजनीति में उनकी अच्छी खासी दखलंदाजी है। ये महिलाएं ही है कि पिछले दो दशक से यूपी की सियासत की दिशा तय कर रही हैं। इनकी सक्रियता का ही परिणाम है कि दो दशक से सूबे के पूर्ण बहुमत वाली सरकार मिल रही है।
हर दल को दिखाई है ताकत
महिलाओं ने पिछले दो दशक में अपनी हनक दिखाई है। बताया है कि सियासत में उनका क्या वजूद है। वो अपने एक वोट की कीमत को पहचानने लगी है। महिलाओं के लिए पिछले चुनाव में जब भारतीय जनता पार्टी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया तो महिलाओं ने भी उसका जमकर समर्थन किया और सर्वाधिक 41 फीसद मत दे कर सत्ता के सिंहासन तक पहुंचाया।
महिलाओं की इस हनक को देख कर ही प्रियंका ने दिया है लड़की हूं लड़ सकती हूं का स्लोगन

यूपी की सियासत में महिलाओं की हनक ने ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को प्रेरित किया। नतीजा सामने है, प्रियंका गांधी वाड्रा जो खुद एक महिला है ने पार्टी का चुनावी स्लोगन दिया, लड़की हूं लड़ सकती हूं। अब ये स्लोगन कांग्रेस को कितना फायदा पहुंचाएगा ये तो 10 मार्च को ही पता चलेगा लेकिन ये तय है कि इस बार भी महिलाएं सोच समझ कर, नफा नुकासन देख कर ही ईवीएम का बटन दबाएंगी।

ट्रेंडिंग वीडियो