बैटरी के लिए जरूरी होंगे मानदंड
क्योंकि बैटरी स्कूटर में शार्ट सर्किट का एकमात्र कारण होती है, जिसके कारण स्कूटर सेकेंडो में आग पकड़ लेते हैं। ईवी को देश में घर घर पहुंचाने का इरादा रखने वाली सरकार ने ओला स्कूटर में आग की घटना पर जांच के आदेश दिए हैं, वहीं ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में प्रयोग होने वाली बैटरी के लिए कुछ स्टैंडर्ड नियम लागू करने पर विचार कर रही है, जिस पर चर्चा जारी है, और जल्द ही इन्हें प्रस्ताव के रूप में रखा जाएगा । जाहिर है, कि बैटरी के लिए जरूरी मानदंड इनमें आग की घटनाओं को रोकने का बखूबी काम करेंगे।
Passenger Vehicles में भी लोगों की सुरक्षा पर सरकार गंभीर
ये तो बात रही इलेक्ट्रिक वाहनों की सरकार भारत न्यू व्हीकल सेफ्टी असेसमेंट प्रोग्राम के तहत पैसेंजर वाहनों को भी सुरक्षित बनाने के लिए देश में बिकने वाली कारों को उनके सुरक्षा प्रदर्शन के आधार पर इस प्रोग्राम के तहत रेटिंग देगी। जिसके बाद ही वाहनों को ब्रिकी के लिए बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 30 मार्च यानी बीते दिन राज्यसभा को बताया कि अगर कारों में काम करने वाले एयरबैग होते तो 2020 में देश में 13,022 लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
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1 अक्टूबर से लागू होगा नया नियम
उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्रालय ने नए नियमों को अधिसूचित कर दिया है, और एक अक्टूबर से सभी वाहनों में साइड एयरबैग सहित छह एयरबैग लगाने का प्रस्ताव है। एक प्रशन का उत्तर देते हुए गडकरी ने कहा कि 2020 में वाहनों की आमने-सामने टक्कर के बाद एयरबैग के उपयोग से कुल 8,598 लोगों की जान बचाई जा सकती थी। “हर साल, हम पांच लाख दुर्घटनाओं और 1.5 लाख मौतों का सामना करते हैं। जिसके चलते अब उपाय किए जा रहे हैं। कुल मिलाकर 1 अक्टूबर से वाहनों में छह एयरबैग अनिवार्य हैं, जिसमें इकोनॉमी मॉडल भी शामिल हैं।