एक्सप्रेस ड्राइव्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार, प्योर EV के EPluto 7G इलेक्ट्रिक स्कूटर में गुजरात के पाटन में आग लग गई। ये घटना उस वक्त हुई जब स्कूटर को घर के बाहर चार्ज करने के लिए प्लग किया गया था। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। फिलहाल घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्योर एनर्जी के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की यह पांचवीं घटना है।
इससे पहले, Pure EV के चार अन्य इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लग चुकी है, चौथा मामला हैदराबार से रिपोर्ट किया गया था। हैदराबाद की घटना में मालिक ने बताया कि अपने दोस्त के साथ यात्रा के दौरान ई-स्कूटर अचानक रुक गया। बैटरी कम्पार्टमेंट खोलते ही धुंआ निकलने लगा और अंत में उसमें आग लग गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मालिक ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
Electric Scooters में आग लगने की घटनाओं ने इनके सेफ़्टी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते दिनों ओला, ओकिनावा और जितेंद्र ईवी के इलेक्ट्रिक स्कूटरों में भी आग लगने के मामले सामने आए थें। गौर करने वाली बात है कि प्योर ईवी ने इस साल अप्रैल में 2,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को रिकॉल किया था। इसके ETrance+ और EPluto 7G ई-स्कूटर के लिए रिकॉल जारी किया गया था। हाल ही में हैदराबाद और गुजरात में जिन स्कूटरों में आग लगी थी वो EPluto मॉडल ही था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्योर ईवी कहीं और से बैटरी पैक नहीं लेता है, इस लिहाज कंपनी ही आग की घटनाओं के मामले में पूरी तरह जवाबदेह है।
लगातार बढ़ रही हैं घटनाएं:
पिछले महीने इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने के झुलसे एक 80 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। जबकि उसके परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से जल गए थे। ये घटना निजामाबाद जिले की है जहां पर इलेक्ट्रिक स्कूटर के बैटरी को चार्जिंग के लिए घर में प्लग किया गया था, और देर रात अचानक से बैटरी में विस्फोट हुआ हुआ और पूरा घर आग की ज़द में आ गया था। इसके अलावा एक अन्य घटना में 8 मई की रात करीमनगर जिले में भी हुई थी, जहां पर चार्ज होने के दौरान एक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन की बैटरी में विस्फोट हो गया, हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था।
सरकार हुई थी सख़्त:
इलेक्ट्रिक वाहनों में आग की घटनाओं के बढ़ने के बाद, सड़क परिवहन मंत्रालय ने सेंटर फॉर फायर एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (CFEES) को इस महीने के अंत तक इस मुद्दे पर गहन जांच और रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है। हाल ही में, एथर के सीईओ तरुण मेहता ने कहा था कि आयातित बैटरी बाजार में आज ज्यादातर ई-स्कूटर में इस्तेमाल किए जा रहे भारतीय गर्मी से निपटने के लिए सुसज्जित नहीं हैं। उन्होंने पर्याप्त परीक्षण और विकास की कमी को भी जिम्मेदार ठहराया।