ये मामला आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा जिले के सूर्यरावपेट थाने का है। जहां पर शिव कुमार का परिवार एक किराए के मकान में रहता है। अभी एक दिन पहले ही उन्होनें ब्रांड न्यू Boom Corbett 14 इलेक्ट्रिक बाइक खरीदा था, इस बाइक में रिमूवेबल बैटरी पैक दिया गया है। इस बैटरी को बाइक से बाहर निकाल कर चार्ज किया जाता है। ये हादसा उस वक्त हुआ जब परिवार रात में गहरी नींद में सो रहा था और बाइक की बैटरी को चार्ज में लगाया गया था। इस हादसे में 40 वर्षीय शिव कुमार की मौत हो गई और तीन अन्य, उसकी पत्नी और दो बेटियों को गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
कैसे हुआ हादसा:
स्थानीय पुलिस के अनुसार शिव कुमार ने बैटरी निकाल दी थी और इसे रिचार्ज करने के लिए घर के अंदर प्लग कर दिया था क्योंकि घर के बाहर सॉकेट नहीं था। तड़के करीब साढ़े तीन बजे बैटरी फट गई और उसमें आग लग गई। “यह शिव कुमार का दूसरा इलेक्ट्रिक स्कूटर था। बैटरी विस्फोट के परिणामस्वरूप, लिविंग रूम में आग लग गई। विस्फोट के बाद परिजन आग से बचने के लिए रसोई की तरफ भागें, घर में उचित वेंटीलेशन की कमी थी जिसके कारण थोड़ी ही देर में घर में धुआं फैल गया।
पुलिस के अनुसार, वेंटिलेशन न होने के कारण धुएं के निकलने का कोई रास्ता नहीं था, जिसके चलते शिव कुमार और उनका परिवार बुरी तरह झुलस गया। स्थानीय पुलिस अधिकारी रामय्या ने मीडिया को बताया कि, अस्पताल ले जाने के दौरान शिव कुमार की मौत हो गई। उनकी पत्नी हरथी (30) और बच्चों, बिंदू श्री (10) और शशि (6) को 30% से अधिक जलने के साथ एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने बाइक कंपनी को किया तलब:
पुलिस ने हरथी की बहन की शिकायत के आधार पर सीआरपीसी की धारा 174 (संदिग्ध परिस्थितियों में मौत) के तहत मामला दर्ज किया और कोयंबटूर स्थित स्कूटर निर्माता, बूमा इनोवेटिव ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (बूम मोटर्स) और डीलर जॉय ई-बाइक्स को विजयवाड़ा में तलब किया है। निरीक्षक ने कहा, “कंपनी के प्रतिनिधि आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए घटनास्थल का दौरा करेंगे।”
देश भर में लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल ही में 26 मार्च को Ola के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगी थी। इसके अलावा बीते मार्च महीने में वेल्लोर में ओकिनावा इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने से एक पिता-पुत्री की जोड़ी की मौत हो गई थी। पिछले साल दिसंबर में, एक 60 वर्षीय व्यक्ति की उस समय मौत हो गई थी जब उसके इलेक्ट्रिक कार्गो स्कूटर ने रात में चार्ज होने के दौरान कमरे को धुएं से भर दिया था। स्कूटर का निर्माण एचसीडी इंडिया द्वारा किया गया था।
क्या है सरकार का प्लान:
आग की घटनाओं ने सरकार ने एक जांच कमेटी बनाने की घोषणा की है और कंपनियों को लापरवाही बरतने पर दंड की चेतावनी दी थी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं के सामने आने के बाद कहा था कि, मंत्रालय (MoRTH) ने ईवी निर्माण के मुद्दों की जांच करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जो कि विशेष रूप से दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट पेश करेगा। गडकरी ने वाहन निर्माता कंपनियों को निर्देशित किया था कि, वो समय रहते अपने वाहनों का रिकॉल कर उसकी जांच कर लें, नहीं तो इस तरह की आग लगने की घटना होने पर उन्हें जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।