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असंगठित श्रमिक बोर्ड के गठन की घोषणा, मजदूर पेंशन में वृद्धि सातवें वेतनमान के आदेशों पर अड़े राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों ने तीसरे दिन भी बसों का संचालन नहीं किया। हड़ताल के कारण प्रदेशभर में 4500 बसें नहीं चली। इससे रोज 10 लाख यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही हैं। इधर सरकार की ओर से अभी तक वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं आया। संयुक्त मोर्चा अब आगे की रणनीति की तैयारी में है। वहीं रोडवेज के चक्काजाम से जनता की परेशानी बढ़ रही है। सरकार हड़ताल से हो रही नुकसान की भरपाई कर्मचारियों के कट रहे वेतन और डीजल की बचत से कर रही है। यह भी पढ़ें
नौकरशाहों में बढ़ रहा है राजनीति में आने का सिलसिला ऐसे में नुकसान कर्मचारियों और जनता को ही उठाना पड़ रहा है। सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों के वेतन काटने का आदेश दिया है। इससे हड़ताल पर रहने से रोडवेज को तीन दिन में करीब साढ़े सात करोड़ रुपए कर्मचारियों के वेतन और 6 करोड़ डीजल के बच रहे है। ऐसे में सरकार ने तीन दिन में कुल साढ़े तेरह करोड़ रुपए बचाए है। वहीं, जेसीटीएलएस कर्मचारियों ने भी सातवें वेतनमान को लेकर तीसरे दिन हड़ताल जारी रखी। सद्बुद्धि यज्ञ दी आहूति : अनशन स्थल पर देवी त्रिपुरा सुंदरी के निमित्त सद्बुद्धि यज्ञ किया गया। जिसमें अन्य लोगों के साथ अनशन कर रहे सत्यनारायण शर्मा व जितेन्द्र कुमार शर्मा ने भी आहूति दी। अनशन पर बुधवार को हिण्डौन व धौलपुर आगार के २५ कॢमयों ने उपवास रखा।