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RSRTC हड़ताल : रोडवेज कर्मचारियों ने मांगी भीख

locationजयपुरPublished: Oct 01, 2018 11:22:52 am

राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों ने रविवार को भीख मांगकर सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। कर्मियों ने सिंधी कैंप के बाहर ढोल-मजीरा लेकर रैली निकाली।

RSRTC Strike

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राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों ने रविवार को भीख मांगकर सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। कर्मियों ने सिंधी कैंप के बाहर ढोल-मजीरा लेकर रैली निकाली। सोमवार को रोडवेज 55 साल की हो गई। खास बात है कि पिछले 54 सालों में पहली बार ऐसा मौका आया है कि जब हड़ताल के दौरान रोडवेज का स्थापना दिवस आया हो। ऐसे में प्रदेशभर में बंद पड़ी रोडवेज के बीच ही स्थापना दिवस के कार्यक्रम होंगे। हालांकि प्रबंधन की ओर से कभी कोई कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है। लेकिन कर्मचारी अपने स्तर पर सिंधी कैंप पर आयोजन करेंगे। कर्मचारियों ने भीख मांगकर ३३६४ रुपए एकत्र किए। वहीं रविवार को 14 वें दिन रोडवेज की हड़ताल जारी रही। वहीं दूसरी ओर राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन की ओर से जारी अनशन रविवार को भी जारी रहा। उधर, 14 दिन से चल रही जेसीटीसीएल हड़ताल की सुनवाई नहीं करने के विरोध में अब जेसीटीसीएल कर्मी जागरूकता अभियान चलाएंगे। अभियान 5 दिन तक चलेगा।

कर्मचारी ग्राम सभाओं का करेंगे बहिष्कार
अठारह दिन से काम का बहिष्कार कर रहे ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज सेवा के करीब बारह हजार कर्मचारियों ने कहा है कि वे दो अक्टूबर को ग्राम सभाओं का बहिष्कार करेंगे। राजस्थान पंचायती राज सेवा परिषद् की ओर से दो अक्टूबर को जयपुर में पंचायत राज बचाओ रैली का आयोजन भी किया जाएगा।

वार्ता के बाद दो घंटे का कार्य बहिष्कार स्थगित
संयुक्त संघर्ष समिति नर्सेज की ओर से पांच दिन से मांगों को लेकर चिकित्सालयों में किया जा रहा दो घंटे का कार्य बहिष्कार रविवार को समिति की बैठक के बाद स्थगित कर दिया गया। समिति अध्यक्ष प्रमोद विजाराणियां ने बताया कि नर्सेज के प्रदेश आंदोलन के बाद सरकार ने एक दिन पहले संघर्ष समिति से वार्ता की थी। वार्ता में नर्स प्रथम को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर और नर्स सैकंड को नर्सिंग ऑफिसर पदनाम करने की मांग की गई। इस पर अतिरिक्त निदेशक प्रशासन राकेश शर्मा ने पदनाम प्रस्तावित करने का आश्वासन दिया।

पुरानी पेंशन लागू कराने के लिए एकजुट
वर्ष 2004 के बाद से लागू हुई नई पेंशन योजना के विरोध में देशभर के लाखों कर्मचारी एकजुट हो गए हैं। नई पेंशन योजना को हटाकर फिर से पुरानी पेंशन योजना लागू करवाने के लिए कर्मचारी सभी राज्यों में प्रदर्शन भी कर रहे हैं। इस मामले को लेकर न्यू पेंशन स्कीम एम्पलॉइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान के सदस्यों ने रविवार को बापू नगर स्थित विनोबा ज्ञान मंदिर में प्रेसवार्ता भी की। फैडरेशन के प्रदेश संयोजक रविंद्र शर्मा ने बताया कि नई पेंशन योजना से प्रदेश के करीब चार लाख कर्मचारी प्रभावित हैं। पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू करवाने के लिए गांधी जयंती पर मंगलवार को प्रदेश के सभी सांसदों को ज्ञापन दिया जाएगा। 28 अक्टूबर को सांसदों के निवास के बाहर उपवास किया जाएगा। 26 नवंबर को दिल्ली में देशभर के कर्मचारी संसद का घेराव करेंगे। उन्होंने बताया कि नई पेंशन योजना में पेंशन की कोई गारंटी नहीं है। इस योजना में कर्मचारी के वेतन से 10 प्रतिशत की कटौती हो रही है।

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