पिता हैं प्लंबर
26 वर्षीय अर्जुन यादव के पिता एक प्लंबर हैं, जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान काफी खराब समय देखा। इस वजह से वह अपने सपने से दूर होने लगे थे, लेकिन इंस्टाग्राम के माध्यम से वह अनमोल तक पहुंचे। बाद में अनमोल ने उनके लिए ऑनलाइन फंड राइज की पहल की, जिसे सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया गया।
धनुष और तीर किए भेंट
इस प्रयास से 130 से अधिक योगदानकर्ताओं ने 3,00,000 रुपए से अधिक राशि दान दी। राशि का उपयोग अर्जुन के लिए धनुष और तीर खरीदने के लिए किया गया है। अमृता ने कहा,’मैंने देखा कि अनमोल सपने को पूरा करने के लिए धनुष और तीर नहीं खरीद पाने वाले अर्जुन नाम के एक लड़के के बारे में जानकर भावुक था। मेरा सहयोग सागर में एक बूंद की तरह है।’ रवीना ने कहा, ’मैं अपने राष्ट्रीय तीरंदाजी अर्जुन यादव के लिए अभियान से जुड़कर बहुत खुश हूं। अर्जुन ने बताया कि उनका लक्ष्य पूरा हो गया था और उन्होंने वीडियो कॉल पर अपने उपकरण दिखाए गए।