गौरतलब है कि फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर ने ‘इंदू सरकार’ नामक फिल्म बनाई है। लेकिन फेमस फिल्ममेकर मधुर भंडराकर की आपातकाल पर आधारित यह फिल्म जल्द ही विवादो में घिरती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक गांधी परिवार को लेकर इस फिल्म में कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं। कांग्रेस को आशंका है कि फिल्म में गांधी परिवार के दो सदस्यों पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी और संजय गांधी को गलत परिप्रेक्ष्य में दिखाया गया है।
इसी बीच कांग्रेस के प्रवक्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया कहा, ‘ये एक स्पॉन्सर्ड फिल्म है। फिल्म के पीछे कौन लोग है ये सभी जानते हैं और इसी वजह से फिल्म में तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है। हम फिल्म में दिखाए गए झूठे वर्णन की कड़ी निंदा करते हैं।’ ऐसा लगता है कि ये एक प्रायोजित फिल्म है।
जहां एक तरफ कांग्रेस के फिल्म को लेकर इतने तीखे तेवर हैं वहीं सेंसर बोर्ड अध्यक्ष इस फिल्म पर काफी नरम हैं। एक वक्त था जब उन्होंने मेकर्स को ये साफ कह दिया था कि वास्तविक घटनाओं और परिस्थितियों पर आधारित कोई भी फिल्म उनसे संबंधित लोगों से एनओसी के बिना पास नहीं की जाएगी। वहीं इस फिल्म के मामले में उन्होंने साफ कर दिया है कि मधुर भंडारकर को किसी से भी एनओसी लेने की जरुरत नहीं है।
मधुर भंडारकर की इस फिल्म पर हो रहे बवाल से यह तो साफ है कि इस फिल्म का कांग्रेस पूरे दमखम के विरोध करेगी। कांग्रेस के मुताबिक इस फिल्म में गांधी परिवार को लेकर गलत टिप्पणियां की गई हैं। हालांकि इमरजेंसी को लेकर बनी फिल्मों पर कांग्रेस और गांधी परिवार का विरोध नया नहीं है। इससे पहले 1975 में मशहूर फिल्मकार गुलज़ार की फिल्म ‘आंधी’ में भी इंदिरा गांधी के किरदार को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने उस फिल्म का पूरा विरोध किया था। मधुर की ये फिल्म 28 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो रही है।