एक तमिल दंपती आर कातिरेसन और उनकी पत्नी मीनाक्षी, ने पिछले साल ये दावा किया था कि धनुष उनका तीसरा बेटा है जो घर से भाग गया था। इस अर्जी के साथ ही धनुष से 65,000 रुपए मासिक गुजारा भत्ते की मांग भी की थी। धनुष के इस केस में जज ने मामले को खारिज करते हुए धनुष के हक में फैसला दिया है।
ओल्ड कपल की इस अर्जी के बाद धनुष ने मद्रास की मदुरई बेंच के सामने पेश होकर बर्थमार्क्स भी चेक कराए थे। इस सुनवाई के लिए धनुष कोर्ट में अपनी मां विजयलक्ष्मी के साथ आए थे। इस केस में धनुष पर पहचान चिन्ह को मिटाने का आरोप भी याचिका में लगाया गया था। उनका कहना था कि अभिनेता का जन्मप्रमाण पत्र वास्तविक नहीं है क्योंकि उसमें धनुष का नाम और पंजीकरण संख्या का जिक्र नहीं है।
आर कातिरेसन और उनकी पत्नी मीनाक्षी ने कोर्ट के समक्ष यह दावा किया था कि वे धनुष के बायोलॉजिकल माता-पिता है। सबूत के तौर पर उन्होंने अपने बेटे के स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट का जिक्र करते हुए कहा था कि धनष के दाएं कॉलरबोन को पास एक तिल है और दाहिने बाजू में एक निशान भी है। इस तमिल जोड़े का कहना है कि धनुष असल में उनके बेटे कलईचेवलन है जो साल 2002 में एक्टर बनने के लिए चेन्नई भाग गया था।
इस पूरे मामले में धनुष शुरुआत से यह कहते आए है कि उनके माता-पिता होने का दावा करने वाली दंपत्ति से उनका कोई लेना-देना नहीं है। धनुष का असली नाम वेंकटेश प्रभु है। वह तमिल फिल्म इंडस्ट्री के प्रोड्यूसर कस्तूरी राजा के बेटे है। धनुष की इस बात को सच मानते हुए कोर्ट ने धनुष के हक में फैसला करते हुए इस मामले को खारिज कर दिया है।