दिव्या का कहना है कि टी-सीरीज़ देश का सबसे बड़ा संगीत चैनल बन गया है। इसमें वह कई गायकों, संगीत निर्देशकों, कलाकारों और गीतकारों को अपने साथ लेकर चल रहा है। ऐसे में कंपनी पर आरोप लगाया गया है कि वे भाई-भतीजावाद में लिप्त हैं, यह पूरी तरह से निराधार दावा है। दिव्या का कहना है कि कंपनी ने इंडस्ट्री की प्रतिभाओं को भी मौका दिया है, जिन्होंने संगीत के क्षेत्र में अपनी योग्यता साबित की है। साथ ही उन्होंने बाहरी लोगों से उनके अवसरों को कभी नहीं छीना, जो इसके हकदार थे।
दिव्या ने कहा,’टी-सीरीज परिवार ने अब तक 80% कलाकारों को अवसर दिया है। 20% वे हैं, जिन्हे हम काम नहीं दे पाए हैं, वे शिकायत कर रहे हैं, लेकिन हर किसी को मौका देना संभव नहीं है, लोगों को यह समझना चाहिए।’ दिव्या का कहना है कि सोनू निगम ने भूषण और टी-सीरीज परिवार पर भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है, जबकि टी—सीरीज ने ही सोनू को पहला ब्रेक दिया था। उन्होंने कहा,’सोनू जी, आप दिल्ली के इवेंट में 5 रुपये में गा रहे थे। गुलशन कुमार ने आपको देखा और आपको यहां ले आए। उन्होंने आपके टिकटों का भुगतान किया और आपको पहला ब्रेक दिया। वह आपको ब्रेक देने के बाद भी कई मौके देते रहे। जब तक आप इंडस्ट्री में एक स्थापित कलाकार नहीं बन गए, तब तक उन्होंने आपको अवसर दिया। जब गुलशन जी को माफिया द्वारा गोली मार दी गई थी और परिवार एक संकट से गुजर रहा था,उस वक्त आप परिवार के साथ नहीं थे। उस वक्त भूषण सिर्फ 18 वर्ष के थे। जब टी-सीरीज़ अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही थी, तो आपने एक प्रतिद्वंद्वी संगीत कंपनी के साथ जाने का फैसला किया। क्या तुम एहसान फरामोश नहीं थे?’