scriptफिर कानूनी पचड़े में फंसी अक्षय कुमार की ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’,एक बार फिर लगा फिल्म पर चोरी का आरोप | Filmmaker Prateek Sharma files case against Akshay Kumar's Toilet:Ek Prem Katha over Copyright Issues | Patrika News

फिर कानूनी पचड़े में फंसी अक्षय कुमार की ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’,एक बार फिर लगा फिल्म पर चोरी का आरोप

Published: Jul 18, 2017 11:24:00 am

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अक्षय कुमार की फिल्म ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’ पर जयपुर से ताल्लुक रखने वाले डायरेक्टर प्रतीक शर्मा ने जयपुर मेट्रोपॉलिटन अदालत में फिल्म को प्रोड्यूस कर रही ‘प्लान सी स्टूडियोज’ और फिल्म का वितरण कर रही ‘वायकॉम18’ के खिलाफ कॉपीराइट का केस दर्ज करवाया है।

अक्षय कुमार की स्वच्छ भारत अभियान पर आधारित फिल्म ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’ जल्द ही रिलीज होने वाली है। लेकिन रिलीज से पहले ही फिल्म एक के बाद एक नए कानूनी पचड़ों में फंसती नजर आ रही है। कानूनी पचड़े भी ऐसे की फिल्म की रिलीज पर भी सकंट के बादल मंडराने लगे है। ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’ पर आए दिन कोई ना कोई कहानी चुराने का आरोप लगाता रहता है। फिल्म पर एक के बाद एक कॉपीराइट के केस हो रहे है।हाल ही में जयपुर से ताल्लुक रखने वाले डायरेक्टर प्रतीक शर्मा ने फिल्म के मेकर्स के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। फिल्मकार प्रतीक शर्मा ने अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म ‘टॉयलेट : एक प्रेम कथा’ की पंच लाइन और विषय पर आपत्ति जताते हुए अदालत का रुख किया है। प्रतीक का कहना है कि इस फिल्म की पंचलाइन और विषय उनकी फिल्म ‘गुटरुं गुटर गूं’ से लिया गया है। 
प्रतीक ने इस पूरे मामले में जयपुर मेट्रोपॉलिटन अदालत में 7 जुलाई को ‘प्लान सी स्टूडियोज’ और ‘वायकॉम18’ के खिलाफ कॉपीराइट का केस दर्ज करवाया है। कोर्ट ने इस मामले में नोटिस जारी कर 22 जुलाई तक जवाब मांगा है। प्रतीक का कहना है कि प्लान सी इस फिल्म को प्रोड्यूस कर रही है और वायकॉम18 इसका वितरण कर रही है। प्रतीक ने कहा, “मेरी फिल्म में एक लाइन है जिसमें औरत शादी करके घर आती है और उसको टॉयलेट नहीं मिलता, बवाल होता है और अंत में पति उसको टॉयलेट बना कर देता है।”फिल्म में इस्तेमाल हुई इस एक लाइन के लिए उनकी फिल्म के वितरकों ने यह कहकर हाथ पीछे खींच लिए हैं कि यह फिल्म ‘टॉयलेट : एक प्रेम कथा’ की तरह ही है।

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प्रतीक ने ‘गुटरुं गुटर गूं’ 2015 में बनाकर पूरी हो गई थी लेकिन वितरण के लिए पैसों की कमी के कारण वह फिल्म को रिलीज नहीं कर पा रहे थे। लेकिन दो साल के संघर्ष के बाद उनकी टीम फिल्म इस साल 28 जुलाई को फिल्म को रिलीज करने के लिए तैयार है। प्रतीक के पास केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की ओर से उनकी फिल्म को रिलीज करने का प्रमाण पत्र भी है। फिल्मकार प्रतीक ने कहा कि घरों में शौचालयों की कमी को दर्शाने वाली उनकी इस फिल्म को सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को दिखाया जा चुका है।
इसके अलावा प्रतीक अपनी फिल्म ‘दिल्ली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’, ‘इंडियन फिल्म फेस्टिवल मेलबर्न’ और ‘राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ में भी प्रदर्शित कर चुके हैं। यह पहली बार नहीं है जब फिल्म पर कॉपीराइट का केस हुआ हो, इससे पहले फिल्ममेकर प्रवीण व्यास भी इस पर कहानी चोरी का आरोप लगा चुके हैं। उनका कहना है कि ये उनकी फिल्म ‘मनिनि’ की कॉपी है। उनकी फिल्म ‘मनिनि’ को पिछले साल गोवा में हुए इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में ‘स्वच्छ भारत अभियान‘ पर आधारित आई फिल्मों में तीसरा अवॉर्ड मिला था। व्यास ने इस सिलसिले में ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ के मेकर्स को कानूनी नोटिस भेज कर फिल्म पर स्टे लगाने की मांग की है।
आपको बता दें कि अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर ने फिल्म ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’ के जरिए बड़े पर्दे पर स्वच्छ भारत अभियान की अपनी एक अलग मुहिम छेड़ी है। लेकिन फिल्म पर मंडराते इन संकटों के बीच क्या फिल्म रिलीज हो पाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा। जहां एक तरफ प्रतीक का कहना है कि अदालत उनके साथ न्याय करेगी,उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है तो वहीं ‘टॉयलेट : एक प्रेम कथा’ के निर्माताओं ने इस पूरे मामले पर कोई भी प्रतिक्रिया करने से इनकार कर दिया है।
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