scriptसक्सेस के लिए लक नहीं हार्डवर्क जरूरी | Kangana Ranaut in Jaipur | Patrika News

सक्सेस के लिए लक नहीं हार्डवर्क जरूरी

Published: Jan 16, 2015 12:12:00 pm

Submitted by:

Super Admin

जयपुर। “छोटे शहर से आकर बॉलीवुड में अपना मुकाम बनाने का सफर अपने आप में अलग कहा…

जयपुर। “छोटे शहर से आकर बॉलीवुड में अपना मुकाम बनाने का सफर अपने आप में अलग कहानी है। मेरे इस सफर पर फिल्म बन सकती है, क्योंकि यह सही है कि छोटे शहरों में एक्सपोजर नहीं होता।” यह कहना है, फिल्म एक्ट्रेस कंगना रनौत का।

अपनी अपकमिंग फिल्म “रज्जो” के प्रमोशन के लिए कंगना फिल्म के डायरेक्टर विश्वास पाटिल के साथ मंगलवार को जयपुर में थीं। कंगना ने कहा कि “एक्टिंग अच्छा प्रोफेशन है, लेकिन इसमें काफी कॉम्पीटिशन भी है। गल्र्स को फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ एक्टिंग पर ही फोकस करने की बजाय स्क्रिप्ट राइटिंग, डायलॉग राइटिंग, डिजाइनिंग, डायरेक्शन जैसे प्रोफेशन पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इनमें भी काफी स्कोप है।

अक्सर छोटे शहरों की गल्र्स में यह मिसकंसेप्शन होता है कि एक्टिंग में कामयाब होने के लिए किस्मत होनी चाहिए। जब हम डॉक्टर, इंजीनियर जैसे प्रोफेशन के लिए 5 से 10 साल मेहनत करते हैं, तो एक्टिंग के लिए क्यों नहीं कर सकते।””रज्जो” के लीड रोल के लिए कंगना को चुनने की वजह पूछने पर डायरेक्टर विश्वास पाटिल ने बताया कि “मुझे ऎसी सशक्त हीरोइन की जरूरत थी, जो अभिनय के दम पर फिल्म को अपने कंधे पर उठाकर ले जाए।”

दिला दी “मुगल-ए-आजम” की याद
फिल्म के बारे में कंगना कहती हैं, “शॉर्ट स्टोरी पर बेस्ड “रज्जो” इंस्पायर करने वाली कहानी है, जिसमें एक ऎसी औरत है, जो सपने देखती है। उसकी जिंदगी मुजरेखाने में बीतती है, लेकिन वह वहां से निकलकर क्लासिकल डांसर बनती है।

फिल्म में 18 साल का ब्राह्मण लड़का भी है, जिससे उसे प्यार हो जाता है।” न्यूकमर और अपने से कम उम्र के पारस अरोड़ा के साथ कैमिस्ट्री कैसे रही? इसके जवाब में कंगना कहना है कि “जब मैंने “गैंगस्टर” में काम किया था, तो मैं भी 17 साल की थी। जब मैंने पारस को देखा, तो मुझे अपने दिन याद आ गए। एक सीन ने तो मुझे “मुगले आजम” की याद दिला दी। यह बहुत सेंसेटिव सीन रहा।”
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो