मुखर्जी ने यहां एक समारोह में 64 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू और राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ उपस्थित थे। के विश्वनाथ को भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया। अक्षय कुमार को हिंदी फिल्म ‘रुस्तम’ में बेहतरीन अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सुरभि लक्ष्मी को मलयालम फिल्म मिन्नामिनुंगु: द फायरफ्लाई में उत्कृष्ट अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार प्रदान किया गया।
अक्षय को मिला पहला राष्ट्रीय पुरस्कार अक्षय कुमार को पहली बार किसी फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मराठी फिल्म कसाव को दिया गया, जबकि सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर का पुरस्कार नीरजा ने हासिल किया। नीरजा के लिए अभिनेत्री सोनम कपूर विशेषोल्लेख पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सहायक अभिनेता, सहायक अभिनेत्री, बाल कलाकार, पाश्र्व गायक, पाश्र्व गायिका, आदि वर्गों में भी पुरस्कार प्रदान किए गए।
मराठी फिल्म वेंटिलेटर के लिए राजेश मापुस्कर को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, मराठी फिल्म दशक्रिया के लिए मनोज जोशी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता और हिन्दी फिल्म दंगल के लिए जायरा वसीम को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
‘पिंक’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म पिंक को सामाजिक मुद्दे पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया, जबकि सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पुरस्कार नागेश कुकुनूर की हिन्दी फिल्म धनक को मिला। सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन कलाकारों आदिश प्रवीण को मलयालम फिल्म कुंजु दैवम, नूर इस्लाम को बंगला फिल्म सहज पाथेर गप्पो और के मनोहरा को कन्नड़ फिल्म रेलवे चिल्ड्रेन के लिए दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायक का पुरस्कार सुंदरय्यर ने तमिल फिल्म जोकर में’जैस्मी ए’और सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायिका का पुरस्कार इमान चक्रवर्ती ने बंगला फिल्म’प्रकटन’में’ तुमि जाके भालो बाशो’ने हासिल किया।