सेक्सुअल फेवर की डिमांड
उषा ने चैनल को बताया कि कई बार उनके साथ छेड़खानी की घटनाएं हुई हैं। उषा ने कहा, मैंने उन्हें बताया कि मेरे पास देने के लिए पैसे नहीं हैं। तो ये सुनकर मुझसे कहा गया कि नहीं पैसों की बात नहीं है, बल्कि अगर कोई तुम्हारे साथ रात बिताना चाहे, या तो वो प्रोड्यूसर हो या फिर डायरेक्टर हो या फिर दोनों ही हों।’ उन्होंने बताया, ‘मुझसे कहा जाता था कि एक एक्ट्रेस को खुशी-खुशी सेक्स करना आना चाहिए। वो मुझे जहां भी मन हो छूता था, जहां भी दिल करे वो मुझे किस करता था, मैं ये सब देखकर शॉक्ड थी। वो मेरे कपड़ों के अंदर अपना हाथ ले जाता था, जब मैंने उसे ऐसा करने से रोका तो उसने कहा कि अगर तुम्हें इस इंडस्ट्री में काम करना है तो ये सही एटिट्यूड नहीं है।’
बॉलीवुड में भी #MeToo जैसे कैंपेन की जरुरत
इस डाक्यूमेंट्री में राधिका आप्टे ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आखिर क्यों लोग पीड़ित होने के बावजूद चुप रहते हैं। राधिका ने इस डाक्यूमेंट्री में कहा है, ‘कुछ लोगों को भगवान की तरह पूजा जाता है। वे लोग इतने ताकतवर होते हैं कि पीड़ित को लगता है कि उनकी आवाज को कोई सुनेगा ही नहीं। या फिर ये लगता है कि अगर मैंने आवाज उठाई तो मेरा करियर बर्बाद हो जाएगा।’ राधिका आप्टे ने उम्मीद जताई है कि हॉलीवुड में हो रहे यौन शोषण के खिलाफ जैसे #MeToo कैंपेन की शुरूआत हुई, काश बॉलीवुड में भी ये कदम उठाया जाता।’
बताते चलें कि बीबीसी की यह डाक्यूमेंट्री इस शनिवार को ऑनएयर होने वाली है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें और भी कई खुलासे होंगे, जो बॉलीवुड के कई गंदे सच को उजागर कर सकती है।