श्रद्धा के अनुसार, आयशा हमेशा हर चीज को सकारात्मक तरीके से देखती थी और एक सुस्त दिन को रंगीन बनाना वह बखूबी जानती थी। आयशा ने हमें हमेशा पूर्ण रूप से जीवन जीने और वह सब कुछ करना सिखाया है जो हम हमेशा करना चाहते थे, ताजी हवा की सांस की तरह। उनका किरदार पूरी तरह से स्वतंत्र था और उन्होंने बताया कि यह हमें अपने दिन को जीना चाहिए और यही मायने रखता है। उसकी एक और विशेषता थी दूसरों की मदद करना है चाहे वह किसी भी तरह से हो।
एक्ट्रेस ने बताया कि उसके पास सपनों की एक किताब थी जो सिर्फ उसकी नहीं थी बल्कि उस किताब में हमारी सूची भी शामिल थी। इसकी हाइलाइट वह थी जब उसने एक बुजुर्ग जोड़े की शादी करवा दी थी, जिसमें दिखाया गया है कि सच्चे साथी को खोजने के लिए उम्र मायने नहीं रखती है और यह प्यार ही है जो मायने रखता है। एक अन्य, वह कैसे बारिश में एक मोर को डांस करते हुए देखना चाहती थी और साथ ही, एक समुद्र तट पर साफ़ नीले पानी के किनारे वह कुछ पल बिताना चाहती है और यह दृश्य निश्चित रूप से फिल्म से हमारी यादों को अधिक ताज़ा कर देता है।
आयशा जानती थी कि अंतिम परिणाम के बारे में चिंतित हुए बिना निर्भय होकर अपनी सारी लड़ाई लड़नी है, जो कि एक अन्य सबक है जिस पर हमें ध्यान देना चाहिए। निर्भीक स्वभाव ने उन्हें ज़िन्दगी की लड़ाई को आसानी से लड़ने में मदद की है। एक और बात आयशा बेहद रोमांचित थी, जिसमें दिखाया गया है कि हम किस तरह से लाइफ किंग साइज़ जीते हैं, अपना रास्ता खुद बनाते हैं और उसे तय करते हैं। वह मानती है कि अंत में, एडवेंचर से ही खूबसूरत यादें बनती है जिसने एक बार फिर हमारे चहरों को मुस्कान से भर दिया है।
इस मूवी में श्रद्धा और सिद्धार्थ के अलावा रितेश देशमुख, कमाल आर खान, आमना शरीफ, शाद रंधावा, रेमा फर्नाडिस और प्राची देसाई अहम किरदारों में नजर आए। फिल्म के निर्देशक मोहित सूरी थे। एकता कपूर और शोभना कपूर ने प्रोड्यूस किया।