सोनू निगम के ट्वीट के खिलाफ पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष सैयद शाह अतेफ अली अल कादरी ने फतवा जारी कर यह ऐलान किया है कि “जो भी सोनू निगम का सर मुंडवाएगा, फटे जूतों की माला पहनाएगा और पूरे देश में घुमाएगा उसे 10 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।” कादरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कि किसी को भी दूसरे धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंताने का अधिकार नही है। ऐसे लोगों को देश से बाहर निकाल देना चाहिए।”
यह सिलसिला यहीं नहीं रुका,इसके साथ ही संस्था के महासचिव साबिर अली ने सोनू के इस ट्वीट को पब्लिसिटी करार देते हुए कहा, “अगर मुस्लमान सुबह नमाज के लिए उठते है तो हिंदू सुबह सूर्य नमस्कार के लिए। ऐसे में सुबह उठना ठीक है। साबिर अली ने यहां तक कहा कि अरिजीत सिंह को सोनू निगम से ज्यादा काम मिल रहा है और सोनू पिछड़ रहे है इसलिए वह सुर्खियों में रहने के लिए इस तरह के ट्वीट कर रहे है।”
इस मुद्दे पर सोनू निगम ने जारी किए हुए फतवे पर चुटकी लेते हुए इसका करारा जवाब दिया है। सोनू निगम ने ट्वीट कर बताया, “वह बुधवार को दोपहर 2 बजे खुद ही अपना सिर मुंडवाएंगे।साथ ही कहा है कि सिर मुंडने वाले को 10 लाख देने के लिए मौलवी तैयार रहें।” इसी के साथ इलाहाबाद कांग्रेस कमेटी के महासचिव हसीब अहमद का कहना है कि सोनू निगम को जो शख्स जितने जूते मारेगा, वह उसे उतने लाख रुपए का इनाम देंगे।
इसके बाद सोनू ने इस खबर को रिट्वीट करते हुए ट्वीट किया, “क्या ये धार्मिक गुंडागर्दी नहीं है।” इसी के साथ उन्होंने फिर से एक ट्वीट कर प्रेस को आंमत्रित करते हुए कहा है कि, मीडिया भी दोपहर 2 बजे मेरा सिर गंजा करने के प्रोग्राम में शामिल हो सकती है।
आपको बता दें कि दो दिन पहले सोनू निगम से लाउड स्पीकर पर पढ़ी जाने वाली अजान से उन्हें औऱ उनकी नींद को होने वाली तकलीफ के बारे में बताया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर सबने अपनी-अपनी राय रखी। कुछ लोगों ने उनकी इस बात का समर्थन किया तो कुछ लोगों ने सोनू की इस बात के लिए उन्हें ट्रोल किया। सोनू निगम के इस बयान पर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस बयान को धर्मनिरपेक्ष भारतीय संविधान का अपमान करने वाला करार देते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है।