घूम रहे आवारा पशु
जनपद एटा के किसानों को आस थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का पालन होगा और उन्हें इन आवारा पशुओं से निजात मिल जाएगी। योगी सरकार के ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी आवारा पशु खुलेआम घूमते हुए नजर आ रहे हैं। सरकार ने प्रदेश के हर जनपद के डीएम को निर्देश दिया है कि आवारा पशुओं के लिए गौ आश्रय घर बनाए जाएं। जमीनी स्तर पर देखा जाए तो सरकार का आवारा पशुओं से निजात दिलाने का वादा खोखला ही नजर आ रहा है। सरकार ने इस योजना पर कई करोड़ रुपये खर्च कर दिए। जनपद में आधा दर्जन से ज्यादा मिनी गौशाला बनाई तो गई लेकिन खानापूर्ति के लिए।
जनपद एटा के किसानों को आस थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का पालन होगा और उन्हें इन आवारा पशुओं से निजात मिल जाएगी। योगी सरकार के ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी आवारा पशु खुलेआम घूमते हुए नजर आ रहे हैं। सरकार ने प्रदेश के हर जनपद के डीएम को निर्देश दिया है कि आवारा पशुओं के लिए गौ आश्रय घर बनाए जाएं। जमीनी स्तर पर देखा जाए तो सरकार का आवारा पशुओं से निजात दिलाने का वादा खोखला ही नजर आ रहा है। सरकार ने इस योजना पर कई करोड़ रुपये खर्च कर दिए। जनपद में आधा दर्जन से ज्यादा मिनी गौशाला बनाई तो गई लेकिन खानापूर्ति के लिए।
नौ गौ आश्रय घर
आपको बता दे कि जैथरा ब्लॉक में 2, अलीगंज ब्लॉक में एक, ब्लॉक शीतलपुर में 2, ब्लॉक निधौलीकलां में एक, ब्लॉक मारहरा में 2 , ब्लॉक सकीट में एक गौ आश्रय है। इसके बाद भी आवारा पशु खेतों, गाँव और शहर में खुलेआम घूमते हुए दिख जाएंगे। जब हमने ब्लॉक जैथरा के गौ आश्रय में जाकर देखा तो गायों की बत्तर स्थिति मिली। आधा दर्जन गाय भूख से तड़पती मिलीं। समय से उन्हें कोई चारा भी डालने वाला नहीं मिला। जनपद के गौ आश्रयों की स्थिति ऐसी ही है। पूरे जनपद में सभी आश्रय घरों में 100 भी गायें नहीं है। आज भी सैकड़ों की तादात में गाँव-गाँव में आपको आवारा पशु झुंड के झुंड बनाकर खेतों में घूमते हुए दिख जाएंगे। गनीमत है कि अभी खेत खाली है।
आपको बता दे कि जैथरा ब्लॉक में 2, अलीगंज ब्लॉक में एक, ब्लॉक शीतलपुर में 2, ब्लॉक निधौलीकलां में एक, ब्लॉक मारहरा में 2 , ब्लॉक सकीट में एक गौ आश्रय है। इसके बाद भी आवारा पशु खेतों, गाँव और शहर में खुलेआम घूमते हुए दिख जाएंगे। जब हमने ब्लॉक जैथरा के गौ आश्रय में जाकर देखा तो गायों की बत्तर स्थिति मिली। आधा दर्जन गाय भूख से तड़पती मिलीं। समय से उन्हें कोई चारा भी डालने वाला नहीं मिला। जनपद के गौ आश्रयों की स्थिति ऐसी ही है। पूरे जनपद में सभी आश्रय घरों में 100 भी गायें नहीं है। आज भी सैकड़ों की तादात में गाँव-गाँव में आपको आवारा पशु झुंड के झुंड बनाकर खेतों में घूमते हुए दिख जाएंगे। गनीमत है कि अभी खेत खाली है।
किसानों की बात
किसान योगी सरकार में आवारा पशुओं से काफी परेशान है। वही किसान रामसिंह का कहना है कि ये आवारा पशु झुंड के झुंड बनाकर खेत में घुस आते है और बहुत नुकसान करते हैं। किसान जय सिंह ने कहा कि आवारा पशु खेतों में भारी नुकसान करते है और हमारी कोई भी अधिकारी सुनने वाला नहीं है। इन आवारा पशुओं से तंग आकर खेत के चारों ओर हजारों रुपये खर्च करके तार लगवा दिए हैं। उसके बाद भी ये आवारा गौवंश खेतों को उजाड़ देते हैं। रखवाली करने के लिए हम अपने स्कूल जाने वाले मासूम बच्चे और वो स्वयं खेतों पर रात भर जागकर फसलों की रखवाली करते थे, तब अपनी फसलों को इन महाराजों से बचा पाए हैं।
किसान योगी सरकार में आवारा पशुओं से काफी परेशान है। वही किसान रामसिंह का कहना है कि ये आवारा पशु झुंड के झुंड बनाकर खेत में घुस आते है और बहुत नुकसान करते हैं। किसान जय सिंह ने कहा कि आवारा पशु खेतों में भारी नुकसान करते है और हमारी कोई भी अधिकारी सुनने वाला नहीं है। इन आवारा पशुओं से तंग आकर खेत के चारों ओर हजारों रुपये खर्च करके तार लगवा दिए हैं। उसके बाद भी ये आवारा गौवंश खेतों को उजाड़ देते हैं। रखवाली करने के लिए हम अपने स्कूल जाने वाले मासूम बच्चे और वो स्वयं खेतों पर रात भर जागकर फसलों की रखवाली करते थे, तब अपनी फसलों को इन महाराजों से बचा पाए हैं।
डीएम ने क्या कहा
जब हमने एटा के जिला अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि जनपद के सभी गौ पलकों को सख्ती के साथ आदेश दिया गया है कि गायों को घर पर बांधकर रखें। अगर खुला छोड़ेगे तो उन पर जुर्माना किया जाएगा। ज्यादातर आवारा गायों को पकड़वाकर गौ आश्रय घरों में रखा जा रहा है।
जब हमने एटा के जिला अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि जनपद के सभी गौ पलकों को सख्ती के साथ आदेश दिया गया है कि गायों को घर पर बांधकर रखें। अगर खुला छोड़ेगे तो उन पर जुर्माना किया जाएगा। ज्यादातर आवारा गायों को पकड़वाकर गौ आश्रय घरों में रखा जा रहा है।