एटा के अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाह ने बताया कि रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह यादव के खिलाफ कोतवाली नगर एटा में सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के संबंध में गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इनके खिलाफ भू माफिया घोषित करने की कार्यवाही भी प्रचलित है। पुलिस जांच में पता चला है कि गैंग लीडर रामेश्वर सिंह यादव और गैंग के सक्रिय सदस्य ने मिलकर लाभ पाने के लिए सरकारी और गैर सरकारी जमीनों पर लोगों को डरा-धमका कर अवैध कब्जा किया है। इसके साथ ही अवैध रूप से धनोपार्जन करने के अभ्यस्त अपराधी पाए गए हैं। एफआईआर में कहा गया है कि इनके कामों से जनता में भय और आतंक का माहौल व्याप्त है। इस कारण कोई भी व्यक्ति इनके विरुद्ध मुकदमा लिखाने और गवाही देने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है।
यह भी पढ़ें-
छह महीने में होगी 20 हजार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व 10 हजार पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती इन धाराओं में हुआ केस दर्ज सपा नेता दोनों भाइयों के खिलाफ मुअसं- 511/21 धारा 447 भादंवि व 2/3 सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम, मुअसं- 514/21 धारा 447, 120B भादंवि व 2/3 सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम और मुअसं- 531/21 धारा 447, 504, 506 भादंवि कोतवाली नगर एटा में अभियोग पंजीकृत हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, गैगचार्ट में सभी तथ्य जांच में सही पाए गए हैं। एफआईआर में कहा गया है कि गैंग लीडर रामेश्वर सिंह यादव अपने साथियों के साथ मिलकर भादंवि के अध्याय 17 एवं 22 में वर्णित अपराध करने के अभ्यस्त अपराधी हैं। इनका समाज में खुलेआम घूमना लोगों के लिए ठीक नहीं है।
यह भी पढ़ें-
योगी सरकार कर्मचारियों का करेगी मनचाहे जिलों में ट्रांसफर, लागू होने वाली है नई तबादला नीति रामगोपाल यादव के रिश्तेदार बता दें कि 2022 में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे रामेश्वरम सिंह यादव ने अलीगंज विधानसभा से और उनके छोटे भाई जुगेन्द्र सिंह यादव ने एटा सदर सीट से 2022 में सपा के टिकट पर विधाानसभा चुुनाव लड़ा था, परंतु दोनों भाई चुनाव हार गए थे। रामेश्वर सिंह यादव और जुगेन्द्र सिंह यादव सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के रिश्तेदार हैं। वहीं दोनों भाई सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी हैं।