बच्चों को किया पुरस्कृत
जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वे जिस स्कूल में भी जाते हैं, वहां बच्चों को जरूर पढ़ाते हैं ताकि उनका आईक्यू जांच सकें। इस दौरान वे बच्चों को प्रोत्साहित भी करते हैं। डीएम का कहना है कि बच्चा जिस कक्षा में पढ़ रहा है, उस स्तर का उसे ज्ञान होना चाहिए। लेकिन इस विद्यालय में उन्हें कई कक्षाओं में ऐसा देखने को नहीं मिला। डीएम ने बताया कि स्कूल में कक्षा पांच के बच्चे किताब भी नहीं पढ़ पा रहे थे। वहीं कक्षा तीन के दो बच्चे ऐसे भी मिले जो धड़ल्ले से किताब पढ़ रहे थे। जिलाधिकारी ने उन्हें 100—100 रुपए देकर पुरस्कृत भी किया।
जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वे जिस स्कूल में भी जाते हैं, वहां बच्चों को जरूर पढ़ाते हैं ताकि उनका आईक्यू जांच सकें। इस दौरान वे बच्चों को प्रोत्साहित भी करते हैं। डीएम का कहना है कि बच्चा जिस कक्षा में पढ़ रहा है, उस स्तर का उसे ज्ञान होना चाहिए। लेकिन इस विद्यालय में उन्हें कई कक्षाओं में ऐसा देखने को नहीं मिला। डीएम ने बताया कि स्कूल में कक्षा पांच के बच्चे किताब भी नहीं पढ़ पा रहे थे। वहीं कक्षा तीन के दो बच्चे ऐसे भी मिले जो धड़ल्ले से किताब पढ़ रहे थे। जिलाधिकारी ने उन्हें 100—100 रुपए देकर पुरस्कृत भी किया।
मिड डे मील में मिली अनियमितता
जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्हें मिड डे मील में भी अनियमितता देखने को मिली। बच्चों को आज दूध का मीनू था, लेकिन दूध नहीं दिया गया। वहीं शिक्षा की गुणवत्ता बहुत खराब मिली। एक से लेकर कक्षा पांच तक पढ़ाने के लिए वहां चार शिक्षक हैं। दो टीचर हैं और दो शिक्षामित्र। इसके बावजूद वहां शिक्षा का स्तर बहुत खराब मिला। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि टीचर बच्चों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, इसीलिए वहां ये स्थिति है। उन्होंने कहा कि मेरी अभिभावकों अपील है कि वे बच्चों के स्कूल से आने के बाद ये पूछें कि वो स्कूल से क्या पढ़कर आया है, तभी शिक्षा की व्यवस्था में सुधार हो सकता है।
जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्हें मिड डे मील में भी अनियमितता देखने को मिली। बच्चों को आज दूध का मीनू था, लेकिन दूध नहीं दिया गया। वहीं शिक्षा की गुणवत्ता बहुत खराब मिली। एक से लेकर कक्षा पांच तक पढ़ाने के लिए वहां चार शिक्षक हैं। दो टीचर हैं और दो शिक्षामित्र। इसके बावजूद वहां शिक्षा का स्तर बहुत खराब मिला। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि टीचर बच्चों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, इसीलिए वहां ये स्थिति है। उन्होंने कहा कि मेरी अभिभावकों अपील है कि वे बच्चों के स्कूल से आने के बाद ये पूछें कि वो स्कूल से क्या पढ़कर आया है, तभी शिक्षा की व्यवस्था में सुधार हो सकता है।
होगी कठोर कार्रवाई
डीएम का कहना है कि जिन विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता अच्छी है वहां के शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं जो शिक्षक बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं बच्चों को मिड डे मील मीनू के हिसाब से मिले, ये सुनिश्चित करना प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी है। प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। रिजोर के वाहिद बीबीपुर प्राइमरी स्कूल में मिड डे मील में अनियमितता से नाराज डीएम ने प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया।
डीएम का कहना है कि जिन विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता अच्छी है वहां के शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं जो शिक्षक बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं बच्चों को मिड डे मील मीनू के हिसाब से मिले, ये सुनिश्चित करना प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी है। प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। रिजोर के वाहिद बीबीपुर प्राइमरी स्कूल में मिड डे मील में अनियमितता से नाराज डीएम ने प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया।