तकरीबन 11 बजे लगी आग
घटना अलीगंज नगर के मोहल्ला मेवातियान की है। जहां गुरुवार रात के तकरीबन 11 बजे धार्मिक स्थल में आग लग गई। आग की लपटें निकलता देख इलाके में अफरातफरी मच गई । स्थानीय लोग डायल 100 पर घटना की सूचना देकर आग बुझाने में जुटे गए । कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक मेन गेट एवं अंदर का सारा सामान जलकर खाक हो गया।
घटना अलीगंज नगर के मोहल्ला मेवातियान की है। जहां गुरुवार रात के तकरीबन 11 बजे धार्मिक स्थल में आग लग गई। आग की लपटें निकलता देख इलाके में अफरातफरी मच गई । स्थानीय लोग डायल 100 पर घटना की सूचना देकर आग बुझाने में जुटे गए । कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक मेन गेट एवं अंदर का सारा सामान जलकर खाक हो गया।
लोगों ने लगाया गंभीर आरोप
घटना के बाद समुदाय विशेष के लोगों में आक्रोश फैल गया। उनका कहना था कि देर रात बोलेरो सवार कुछ लोग आए थे। उसी के बाद धार्मिक स्थल में आग लगी। लोगों का आरोप है कि असामाजिक तत्वों ने इस घटना को अंजाम देकर शहर का मौहाल खराब करने की कोशिश की है। लोगों के अनुसार सूचना के बाद डायल 100 मौके पर नहीं पहुंची। बाद में पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को शांत कराया।
घटना के बाद समुदाय विशेष के लोगों में आक्रोश फैल गया। उनका कहना था कि देर रात बोलेरो सवार कुछ लोग आए थे। उसी के बाद धार्मिक स्थल में आग लगी। लोगों का आरोप है कि असामाजिक तत्वों ने इस घटना को अंजाम देकर शहर का मौहाल खराब करने की कोशिश की है। लोगों के अनुसार सूचना के बाद डायल 100 मौके पर नहीं पहुंची। बाद में पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को शांत कराया।
रात को जलाई गईं थीं मोमबत्तियां
इस घटना के संबंध में सीओ अलीगढ़ अजय भदौरिया ने बताया कि जुमे रात होने के चलते धार्मिक स्थल पर लोगों मोमबत्ती, अगरबत्ती जलाते हैं। उसी की चिंगारी से आग लग गई। वहीं लोगों का कहना है कि नौ बजे के बाद वे लोग वहां से चले गए थे। जबकि ये घटना रात 11 बजे के आसपास हुई। कुछ लोग तो इसे कासगंज हिंसा से जोड़कर देख रहे हैं।
इस घटना के संबंध में सीओ अलीगढ़ अजय भदौरिया ने बताया कि जुमे रात होने के चलते धार्मिक स्थल पर लोगों मोमबत्ती, अगरबत्ती जलाते हैं। उसी की चिंगारी से आग लग गई। वहीं लोगों का कहना है कि नौ बजे के बाद वे लोग वहां से चले गए थे। जबकि ये घटना रात 11 बजे के आसपास हुई। कुछ लोग तो इसे कासगंज हिंसा से जोड़कर देख रहे हैं।