एक बच्ची की मौत ये पूरा मामला थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के भगीपुर में कुम्हार वाली गली का है। एक कच्चे घर में बने दो कमरो में रोज की भांति लोग सो रहे थे तभी अचानक तेज आवाज के साथ मकान भरभरा कर गिर पड़ा। आसपास के लोग घर की ओर दौड़ पड़े और चीख पुकार की आवाज सुनकर मलबे में दबे लोगों को निकालने लगे। छत गिरने की आवाज सुनकर मोहल्ले में हड़कंप मच गया। पड़ोसियों की मानें तो घर के लोग अल सुबह गहरी नींद में सो रहे थे तभी अचानक घर की छत गिर गयी जिसमें एक सात बर्षीय बच्ची सोनम की मौके पर ही मौत हो गई और घर के मुखिया ओमपाल सिंह व इनकी पत्नी संध्या व इनके भाई की पत्नी शीला देवी सहित उनके बच्चे अजय, डौली, अनुष्का, अनुराग घायल हो गए जिन्हें जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है।महिला संध्या सहित दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, वो अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
प्रधान को बनाया बंधक जनपद में 20 दिन के भीतर इस आफत की बारिश के कहर से दो दर्जन यानी 24 से भी ज्यादा घर जमीदोज हो चुके हैं और चार दर्जन यानी कि 48 से भी ज्यादा लोग मकान के मलबे में दबकर घायल हो चुके हैं। घर गिरने के बाद मलबे में दबने से अभी तक एक मासूम बच्ची सहित चार लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन जिला प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोए हुआ है। अगर इस गरीब को समय रहते सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री आवास योजना में घर दे दिया होता तो शायद इसकी बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। मृतक के परिजनों व स्थानीय लोगों ने प्रधान पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। प्रधान पर आरोप है कि उसने क्षेत्र में कोई भी विकास का काम नहीं कराया है। मौके पर आए ग्राम प्रधान को आक्रोशित लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा और आक्रोशित लोगों ने ग्राम प्रधान को बंधक बना लिया। उसे जमकर खरी खोटी सुनाई और बड़ी बात है कि प्रशासन ने अभी तक कोई राहत राशि भी नहीं दी है। मुआवजे को लेकर अभी भी लोगों में आक्रोश है।