मां के साथ करता था बदसलूकी
जानकारी के मुताबिक अभिजीत बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था। उसको शराब की लत थी। नशे की धुत में वो अक्सर परिवार के साथ गाली गलौज और बदसलूकी करता था। 20 अक्टूबर की रात को भी उसने मां मीरा से अभद्रता की। तभी मीरा ने उसे धक्का दिया, जिससे अभिजीत दीवार से टकरा गया। इसके बाद मीरा ने नौकर सर्वेश को बुलाया। फिर दोनों ने मिलकर अभिजीत की पिटाई की। इसके बाद गमछे से उसका गला घोंट दिया और शव को बिस्तर पर डाल दिया। आपको बता दें कि हत्या के बाद मीरा ने वारदात छिपाने के लिए बेटे के सीने में दर्द से मौत की कहानी रची थी। आनन-फानन शव का अंतिम संस्कार कराने की योजना बनाई थी। लेकिन एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बीच में शव यात्रा रुकवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
जानकारी के मुताबिक अभिजीत बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था। उसको शराब की लत थी। नशे की धुत में वो अक्सर परिवार के साथ गाली गलौज और बदसलूकी करता था। 20 अक्टूबर की रात को भी उसने मां मीरा से अभद्रता की। तभी मीरा ने उसे धक्का दिया, जिससे अभिजीत दीवार से टकरा गया। इसके बाद मीरा ने नौकर सर्वेश को बुलाया। फिर दोनों ने मिलकर अभिजीत की पिटाई की। इसके बाद गमछे से उसका गला घोंट दिया और शव को बिस्तर पर डाल दिया। आपको बता दें कि हत्या के बाद मीरा ने वारदात छिपाने के लिए बेटे के सीने में दर्द से मौत की कहानी रची थी। आनन-फानन शव का अंतिम संस्कार कराने की योजना बनाई थी। लेकिन एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बीच में शव यात्रा रुकवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
दो पत्नियां हैं सभापति की, पहली पत्नी रहती हैं एटा में
मालूम हो कि सभापति रमेश यादव मूलरूप से एटा जिले के रहने वाले हैं। उनकी दो पत्नियां हैं। पहली पत्नी एटा में रहती हैं। उनका बेटा आशीष यादव है एटा से विधायक रह चुका है। मीरा दूसरी पत्नी हैं जो लखनउ में रहती हैं। उनके दो बेटे अभिजीत और अभिषेक हैं। पर्यटन विभाग में अधिकारी थीं और घटना से कुछ दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
मालूम हो कि सभापति रमेश यादव मूलरूप से एटा जिले के रहने वाले हैं। उनकी दो पत्नियां हैं। पहली पत्नी एटा में रहती हैं। उनका बेटा आशीष यादव है एटा से विधायक रह चुका है। मीरा दूसरी पत्नी हैं जो लखनउ में रहती हैं। उनके दो बेटे अभिजीत और अभिषेक हैं। पर्यटन विभाग में अधिकारी थीं और घटना से कुछ दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था।