ये था मामला
मामला मिरहची क्षेत्र के एक गांव का है। 16 दिसंबर को जिला मुख्यालय के एक थाने पर पैरोकार एक महिला के घर कोर्ट का समन लेकर पहुंचा था और महिला से कहा कि उसके नाम से दहेज उत्पीड़न में वारंट है। साथ ही बीस हजार रुपये का जुर्माना लगा है। जब महिला ने दहेज उत्पीड़न सम्बन्धी किसी भी तरह का केस होने से मना किया तो सिपाही ने कहा कि वो दोपहर में दोबारा आकर इस मामले पर बात करेगा।
मामला मिरहची क्षेत्र के एक गांव का है। 16 दिसंबर को जिला मुख्यालय के एक थाने पर पैरोकार एक महिला के घर कोर्ट का समन लेकर पहुंचा था और महिला से कहा कि उसके नाम से दहेज उत्पीड़न में वारंट है। साथ ही बीस हजार रुपये का जुर्माना लगा है। जब महिला ने दहेज उत्पीड़न सम्बन्धी किसी भी तरह का केस होने से मना किया तो सिपाही ने कहा कि वो दोपहर में दोबारा आकर इस मामले पर बात करेगा।
दोपहर में महिला के घर पहुंच कर उसने शराब पी और अश्लील बातें करने लगा। इस दौरान महिला ने विरोध किया तो उसने महिला का दुष्कर्म कर डाला। इस दौरान महिला की बेटी ने सारे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया। मंगलवार को जब महिला ने न्यायालय पहुंचकर वकील को समन दिखाया तब पता चला कि समन फर्जी था। इसके बाद पीड़ित महिला और उसकी बेटी ने इस मामले की शिकायत एसएसपी को भेजी।
ये बोले एसएसपी
इस मामले में एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि आरोपी सिपाही रामभूल महिला थाने में तैनात है। उसके खिलाफ मिरहची थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराकर उसे सस्पेंड कर दिया है। आरोपी सिपाही के खिलाफ गुरुवार को जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। हांलाकि पूछताछ में कांस्टेबल ने किसी भी इस तरह घटना में शामिल होने से इनकार किया है। महिला की पैरवी कर रहे अधिवक्ता ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम से महिला काफी दहशत में है।
इस मामले में एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि आरोपी सिपाही रामभूल महिला थाने में तैनात है। उसके खिलाफ मिरहची थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराकर उसे सस्पेंड कर दिया है। आरोपी सिपाही के खिलाफ गुरुवार को जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। हांलाकि पूछताछ में कांस्टेबल ने किसी भी इस तरह घटना में शामिल होने से इनकार किया है। महिला की पैरवी कर रहे अधिवक्ता ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम से महिला काफी दहशत में है।