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दरअसल एटा में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रामगोपाल यादव पहुंचे थे। इस दौरान जहां उन्होंने एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जोरदार निशाना वहीं भाई शिवपाल यादव के प्रति दुराव भी भी साफ तौर पर जाहिर हुआ। दरअसल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाने के बाद शिवपाल यादव की सक्रियता सबसे ज्यादा एटा, मैनपुरी और फिरोजाबाद में देखी जा रही है। शिवपाल यादव फिरोजाबाद से तो चुनाव लड़ने का भी संकेत दे चुके हैं जबकि फिरोजाबाद सीट पहले से ही सैफई परिवार की झोली में ही है, यहां से रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव सपा की टिकट पर सांसद हैं। कमेंट करने की स्थिति नहीं शिवपाल यादव के फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने का संकेत देने के सवाल पर रामगोपाल यादव की भोंहें तन गईं। रामगोपाल यादव ने एक तरह से शिवपाल को कमतर आंकने के अंदाज में पहले तो कहा कि इस पर मैं प्रतिक्रिया देने उचित नहीं समझता वहीं दूसरे ही पल रामगोपाल ने कहा कि ‘हम इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहते, इनकी कमेंट करने स्थिति ही नहीं। कोई बड़ी पार्टी होती तो नाम भी लिया जाता इनका नाम लिया जाए।’
पहले भी हो चुकी है जुबानी जंग रामगोपाल के इस बयान के बाद एटा में चर्चा है कि अब जुबानी जंग और तेज हो सकती है। इससे पहले एटा में सपा औऱ शिवपाल की पार्टी के नेताओं में पहले ही जुबानी जंग हो चुकी है.