सुबह दो से चार बजे के बीच की घटना
थाना कोतवाली नगर के आगरा रोड पर शहर के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वीरेन्द्र पाल का आवास है। नीचे नर्सिंग होम है। डॉक्टर अपने परिवार के साथ बाहर गए हुए थे। इसी घर में बदमाशों ने बंदूक की नोक पर 31 अगस्त, 2019 को सुबह दो बजे डकैती डाली। दो घंटे तक बदमाशों न घर का कोना-कोना छान लिया। अलमारियों के ताले तोड़ दिए। सबकुछ अस्त-व्यस्त कर दिया। घर में चौकीदार निर्मल और कम्पाउण्डर विरमा ने डकैतों का विरोध किया। इस पर डकैतों ने कम्पाउण्डर विरमा को गोली मार दी। घायल कम्पाउंडर को गंभीर हालत में जिला असपताल में भर्ती कराया गया है।
थाना कोतवाली नगर के आगरा रोड पर शहर के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वीरेन्द्र पाल का आवास है। नीचे नर्सिंग होम है। डॉक्टर अपने परिवार के साथ बाहर गए हुए थे। इसी घर में बदमाशों ने बंदूक की नोक पर 31 अगस्त, 2019 को सुबह दो बजे डकैती डाली। दो घंटे तक बदमाशों न घर का कोना-कोना छान लिया। अलमारियों के ताले तोड़ दिए। सबकुछ अस्त-व्यस्त कर दिया। घर में चौकीदार निर्मल और कम्पाउण्डर विरमा ने डकैतों का विरोध किया। इस पर डकैतों ने कम्पाउण्डर विरमा को गोली मार दी। घायल कम्पाउंडर को गंभीर हालत में जिला असपताल में भर्ती कराया गया है।
एसपी पहुंचे मौके पर
शनिवार की सुबह पुलिस को डकैती की सूचना मिली। एएसपी संजय कुमार और एसपी क्राइम राहुल कुमार सहित मौके पर पुलिस बल पहुंचे। पुलिस ने श्वान दस्ता और फोरेंसिंक टीम को भी बुला लिया। पूरी छानबीन की। पुलिस का कहना है कि बदमाशों को जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा।
शनिवार की सुबह पुलिस को डकैती की सूचना मिली। एएसपी संजय कुमार और एसपी क्राइम राहुल कुमार सहित मौके पर पुलिस बल पहुंचे। पुलिस ने श्वान दस्ता और फोरेंसिंक टीम को भी बुला लिया। पूरी छानबीन की। पुलिस का कहना है कि बदमाशों को जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा।
सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग निकाल ले गए
बदमाश पूरी तैयारी के साथ आए थे। उन्हें पता था कि घर में सीसीटीवी लगा हुआ है। अपना काम करने के बाद बदमाश सीसीटीवी से रिकार्डिंग निकाल ले गए। इस तरह बदमाश अपनी ओर से डकैती का मुख्य सबूत मिटा गए हैं। बदमाशों को पता था कि डॉक्टर बाहर गए हुए हैं, इसलिए विरोध का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इनपुटः आरबी द्विवेदी, एटा
बदमाश पूरी तैयारी के साथ आए थे। उन्हें पता था कि घर में सीसीटीवी लगा हुआ है। अपना काम करने के बाद बदमाश सीसीटीवी से रिकार्डिंग निकाल ले गए। इस तरह बदमाश अपनी ओर से डकैती का मुख्य सबूत मिटा गए हैं। बदमाशों को पता था कि डॉक्टर बाहर गए हुए हैं, इसलिए विरोध का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इनपुटः आरबी द्विवेदी, एटा