पहले बैंक आफ इंडिया जाकर वहां से ढाई लाख रुपये निकाले उसके बाद इंडियन बैंक से करीब 1 लाख 74 हजार रुपये निकालने के बाद बाइक की डिग्गी में रखे और चैन लगा दी। जब घर जाने के लिए बाइक को डबल स्टैंड से उतारा तो पीछे वाले टायर में हवा कम देख वह हवा डलवाने के लिए गिलहरी पुल तक गए। वहां पंचर की दुकान पर हवा चेक कराई तो ट्यूब पंचर बताया गया। वह पंचर ठीक करवाने को लेकर मिस्त्री से बात करने लगे तभी डिग्गी की तरफ से एक पल के लिए ध्यान हटते ही टप्पेबाज ने पूरी रकम को पार कर दिया।
दरअसल जिस अंदाज से टप्पेबाजी को अंजाम दिया गया, उससे साफ था कि राजीव पालीवाल को इसका अहसास ही नहीं हो सका कि टप्पेबाज दोनों बैंकों से उनकी लगातार रेकी कर रहे थे और मौका पाकर हाथ साफ करने में कामयाब रहे। पंचर जुड़वाने के दौरान जब बाइक की डिग्गी देखी तो होश उड़ गए। डिग्गी से रुपयों से भरा बैग गायब था ।
नौरंगाबाद चौकी प्रभारी मोहनवीर ने जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर आरोपितों को तलाशने की कोशिश की जा रही है सीसीटीवी फुटेज मे दो युवको को मोटर साइकिल से उतर कर एक सूजे के जरिये मोटर बाइक को पंचर करते हुए देखा जा रहा है लेकिन दोनो की सही से पहचान नही हो पा रही है । पुलिस दोनो की पहचान करके पकडने की तैयारी मे जुटी हुई है ।