इटावा के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने शुक्रवार को बताया कि 27 अक्टूबर को भर्थना इलाके के मल्हौसी नहर से मिले शव के बाबत आज छत्ता पुलिस ने संपर्क स्थापित करके अनजान शव की पहचान अधिवक्ता कपिल पवांर के रूप में की है। पुलिस के साथ कपिल के दो भाई भी पहचान करने के लिए पहुंचे थे।
अधिवक्ता कपिल पवार जीवनी मंडी स्थित जोंस मिल परिसर में ही एक आवास में रहते थे। 26 अक्तूबर की शाम को अपनी कार सहित लापता हुए थे। 27 अक्तूबर को उनकी मां ने छत्ता थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। छत्ता पुलिस ने बाद में गुमशुदगी को अपहरण के मुकदमे में बदल दिया। आगरा में अधिवक्ता की तलाश के लिए सात टीमें लगाई गईं। जीवनी मंडी के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस वे, लखनऊ एक्सप्रेस वे, खंदौली और टूंडला टोल के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका। उधर इटावा की भरथना के मल्हौसी नहर पुल के नीचे 27 अक्तूबर की सुबह मिली अज्ञात लाश की शिनाख्त अधिवक्ता कपिल पवार के तौर पर की गई।