ये भी पढ़ें- पहले चरण के मतदान में इन 10 प्रत्याशियों पर रहेगी देशभर की नजर, बन रहे बड़े सियासी समीकरण अखिलेश ने दिया बड़ा बयान- प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव अभी भी समाजवादी पार्टी से ही विधायक हैं, लेकिन इसके बावजूद जसवंतनगर विधानसभा में उपचुनाव की चर्चाएं बड़ी तेजी से चल निकली है। इन चर्चाओं को बल तब मिला जब आज उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने सैफई स्थित आवास पर कन्नौज जाने से पहले कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे। इसी दरम्यान अखिलेश यादव के चाचा और बदायूं के सांसद धर्मेंद्र यादव के पिता अभयराम यादव आ पहुंचे। अखिलेश यादव ने उनका चरण स्पर्श करके स्वागत किया और अपने पास रखी कुर्सी पर उन्हें बैठा दिया। उनके बैठते ही अखिलेश यादव बोले कि जसवंतनगर विधानसभा से अगला चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहिए। भतीजे अखिलेश की ओर से आए इस ऑफर को सुनकर अभयराम यादव ना केवल हंसे बल्कि वहां उपस्थित तमाम कार्यकर्ता भी खिल खिलाकर के हंसने लगे, लेकिन कोई यह नहीं समझ पा रहा था कि यह बात अखिलेश यादव ने मजाक में कही है या फिर इसमें कोई गंभीरता है।
अभयराम ने कहा- जैसा निर्णय होगा वसै करेंगे- काफी देर तक अखिलेश यादव और अभयराम एक साथ बैठे रहे। जब अभयराम वहां से चलने को हुए तो फिर अखिलेश यादव ने जसवंतनगर विधानसभा से अभय की उम्मीदवारी पर मुहर लगाते हुए कहा कि अब पूरे तरीके से तैयार रहिए। पीछे हटने की बात नहीं करना। जिस पर अभय राम वहाँ से यह कह कर चले आये कि ठीक है, जैसा निर्णय रहेगा वैसा ही करेंगे।
बताते चलें कि अभयराम यादव अपने भाई शिवपाल सिंह यादव के काफी करीबी हैं और वह समय-समय पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की होने वाली सभाओं में हिस्सा लेते रहे हैं। शायद इसी वजह से अखिलेश यादव अभयराम यादव को देख कर तंज कसा हो, लेकिन अगर हकीकत में अभयराम यादव को समाजवादी पार्टी जसवंतनगर विधानसभा के उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाती है, तो फिर इसको एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के तहत निश्चित ही देखा जाएगा ।