सपा अध्यक्ष ने कहा हमारे संविधान में बाबा भीमराव अंबेडकर से हमे अधिकार हमें मिले हैं। देश के संविधान के लिए तमाम क्रांतिकारियों ने अपनी जान दी है। ऐसे सभी क्रांतिकारियों की शहादत पर हमको संकल्प लेना चाहिए कि देश के संविधान को बचाने के लिए हमें आगे आने की जरूरत है। आज 71 वें गणतंत्र दिवस है। हम सभी को आंकलन करना चाहिए कि हमारे किसान कितने खुशहाल हैं। क्या हम उस रास्ते पर हैं जहांनौजवानों को नौकरी मिली है। क्या हमारी ऐसी अर्थव्यवस्था है जहां हमारा व्यापार फल-फूल लेगा। क्या कोई ऐसा रास्ता है जो महिलाओं को सुरक्षा दे पा रहे है। अखिलेश ने कहा जहां हमारी सीमाएं सुरक्षित नहीं है, वहां हमारा देश कैसे सुरक्षित रहे। अखिलेश ने पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिंहा की गांधी शांति यात्रा के बारे में भी बात की। उऩ्होंने कहा कि इस यात्रा का मकसद देश के हर नागरिक तक शांति और सद्धाव का संदेश पहुंचाना है।
भाजपा ने छीना कला का सम्मान सरकार द्वारा पदम श्री से सम्मानित किए जाने पर विरोध पर अखिलेश ने कहा कि कलाकार कहीं का भी हो कला का सम्मान होता है। कला का सम्मान हम लोगों ने भी किया था लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उनका सम्मान छीन लिया। नागरिक संशोधन कानून पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात सभी को कहने का अधिकार है। अगर हम किसी बात से असहमत है तो सरकार की जिम्मेदारी बननी चाहिए कि इसकी सुनवाई होनी चाहिए। अगर किसी फैसले से जनता सहमत है तो सरकार को उस पर विचार करना चाहिए। लेकिन इस पर जैसा सरकार का रवैया है, उससे यही लगता है कि उनकी मंशा लोगों को दूर करने की है। इस समय बोलने की आजादी से केवल सरकार के पास है। सरकार जो चाहे वह बोल सकती है।