बार-बार मांग रहा था रिश्वत- उन्होंने बताया कि आरोपी अवर अभियंता ने वैल्डिंग की दुकान में सात किलो वॉट बिजली कनेक्शन के लिए दुकानदार से 35 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। बार-बार रिश्वत की मांग से आजिज व्यापारी ने कानपुर की एंटी करप्शन टीम से सम्पर्क किया। योजनावद्ध तरीके से टीम ने आकर जेई को रंगे हाथों दबोच लिया।
लखनऊ स्थित एंटी करप्शन अदालत में होगी पेश- बिजली विभाग में बिना रिश्वत काम न होने की कई शिकायतें एंटी करप्शन को लम्बे समय से मिल रही थी। इसी बीच नई मंडी के अड्डा मेहराव के रहने वाले व्यापारी अखिलेश यादव ने एंटी करप्शन इंस्पेक्टर शम्भूनाथ तिवारी से कानपुर में सम्पर्क किया। उन्होंने एंटी करप्शन टीम को बताया कि बैल्डिंग की दुकान में सात किलोवॉट का कनेक्शन लेने के लिए बिजली विभाग का जेई राकेश यादव 35 हजार रुपए की मांग कर रहा है। टीम ने उनकी बात को गंभीरता से लिया और गुरुवार को इटावा पहुंच गए। यहां आकर व्यापारी को टीम ने अपने पास से कैमिकल लगे हुए 27 हजार रुपए जेई को देने के लिए दे दिए। शुक्रवार की दोपहर तीन बजे जेई ने व्यापारी को एसडी फील्ड स्थित बिजली कार्यालय के बाहर बुलाकर रिश्वत के रुपए दे दिए। उनके हाथों में रुपए पहुंचते ही एंटी करप्शन टीम ने दबोच लिया। अवर अभियंता को पकड़कर टीम सिविल लाइन थाने ले गई और मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सुबह होने पर अवर अभियंता को कड़ी सुरक्षा में लखनऊ स्थित एंटी करप्शन अदालत में पेश करने के लिए ले जाया जाएगा।